Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग करने वाले निवेशकों पर टैक्स की मार, 1 जुलाई से देना होगा TDS!
Tax On Cryptocurrency: एक जुलाई 2022 से सभी क्रिप्टो के ट्रांजैक्शन पर 1 फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा चाहे वो मुनाफे में बेचा गया हो या नुकसान में.
By: ABP Live | Updated at : 15 Jun 2022 07:20 PM (IST)
Edited By: manishkumar
प्रतिकात्मक फोटो ( Image Source : Getty )
TDS On Cryptocurrency: क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) के निवेशकों को 1 जुलाई, 2022 से बड़ा झटका लगने वाला है. एक जुलाई 2022 से सभी क्रिप्टो के ट्रांजैक्शन पर 1 फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा चाहे वो मुनाफे में बेचा गया हो या नुकसान में. तब से क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर उत्साह घटा है. टीडीएस लगने के बाद से ये और घट सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं पर लगता है टैक्स
सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं दिया है लेकिन इस वर्ष 2022-23 से क्रिप्टोकरेंसी को होने वाले इनकम पर 30 फीसदी टैपिटल गेन टैक्स लगाने का फैसला किया है. साथ ही अब 1 जुलाई से क्रिप्टो के लेन देन पर 1 फीसदी टीडीएस का भी भुगतान करना होगा. आपको बता दें जो निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को मुनाफे में नहीं भी बेचते हैं उन्हें भी टैक्स चुकाना होगा. ऐसे क्रिप्टो में निवेश करने वाले निवेशकों को एक फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा जिससे सरकार क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करने वालों के ठौर ठिकानों का पता लगा सके.
क्रिप्टो को लाभ में बेचने पर 30 प्रतिशत का टैक्स देना होगा. लेकिन लाभ में नहीं बेचने पर भी एक प्रतिशत का टीडीएस देना होगा जिससे ये पता चलेगा कि कहां-कहां क्रिप्टो का लेनदेन हुआ है. क्रिप्टोकरेंसी पर एक फीसदी टीडीएस लगाये जाने का प्रावधान एक जुलाई 2022 से लागू होने जा रहा है.
क्रिप्टो में लॉस को एडस्ट करने का प्रावधान नहीं
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को एक क्रिप्टोकरेंसी से हुए लाभ को दूसरे क्रिप्टोकरेंसी में हुए नुकसान की भरपाई करने की इजाजत नहीं है. उदाहरण के जरिए आपको समझाते हैं मान लिजिए किसी निवेशक ने बिट्कॉइन और एथेरियम दोनों क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है. और उसे बिट्कॉइन में निवेश से 1 लाख रुपये का फायदा होता है और एथेरियम में निवेश से 1 लाख का नुकसान होता है तो भी निवेशक को 1 लाख रुपये पर 30 फीसदी के दर से टैक्स का भुगतान करना होगा.
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दरअसल प्रॉपर्टी, शेयरों में निवेश से होने वाले प्रॉफिट लॉस को एडस्ट करने का प्रावधान है. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को इस प्रावधान से अलग रखा गया है. सरकार ने साफतौर पर कहा है कि इनकम टैक्स 1961 की प्रस्तावित धारा 115BBH के प्रावधानों के अनुसार, वीडीए (वर्चुअल डिजिटल एसेट्स) के हस्तांतरण से होने वाले नुकसान को दूसरे वीडीए के हस्तांतरण से उत्पन्न आय के खिलाफ सेट-ऑफ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. धारा 115BBH इनकम टैक्स एक्ट में एक नया प्रस्तावित खंड है जो क्रिप्टोकरेंसी जैसे वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से होने वाले लाभ को परिभाषित करता है.
क्रिप्टो पर जीएसटी?
जीएसटी काउंसिल (GST Council) की बैठक 17 जून को होने वाली है. जिसमें क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर जीएसटी ( Goods And Services Tax) लगाने को लेकर चर्चा होने की संभावना है और उस बैठक में 28 फीसदी स्लैब में क्रिप्टोकरेंसी को रखे जाने पर फैसला लिया जा सकता है. फिलहाल क्रिप्टो एक्सचेंजों ( Crypto Exchanges) को अपनी सर्विसेज देने के लिए 18 फीसदी जीएसटी का भुगतान करना पड़ता है.
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Published at : 15 Jun 2022 07:20 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Tax on Cryptocurrency TDS On Cryptocurrency हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
सुरक्षा की जरूरत: क्रिप्टो से फायदा कमा सकते हैं, लेकिन पासवर्ड भूले तो सारा निवेश जीरो हो सकता है
यदि आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, तो यकीन मानिए इसका कुछ न कुछ असर आपके इन्वेस्टमेंट प्लानिंग पर पड़ना तय है। हलके फुल्के अंदाज में भी क्रिप्टो में लगाया गया यह पैसा रातों-रात आपके कुल निवेश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा तक बन सकता है। पर याद रखें कि जिंदगी एक बार ही मिलती है और एक दिन मरना जरूर है। इसलिए इस दुनिया से कूच करने से पहले अपने क्रिप्टो के इन्वेस्टमेंट के लिए एक योजना अवश्य बनाएं।
पारंपरिक खाते की तरह नहीं होते हैं क्रिप्टो के अकाउंट
क्रिप्टो के अकाउंट पारंपरिक निवेश खातों की तरह नहीं होते हैं। वे सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। आप आमतौर पर इसमें किसी को लाभार्थी (beneficiary) नॉमिनेट नहीं कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप अपने क्रिप्टो को अपने घर पर किसी डिवाइस पर स्टोर करते हैं और आपके दोस्त इसका पासवर्ड जानते हैं तो वे आसानी से आपकी क्रिप्टो करेंसी चोरी कर सकते हैं। ठीक वैसे ही जितनी आसानी से वे आपकी दादी के सोने या हीरे के झुमके चोरी कर सकते हैं। अगर आपने किसी के साथ पासवर्ड साझा नहीं किया है, तो आपकी क्रिप्टो करेंसी हमेशा के लिए खो सकती है।
सुरक्षित रूप से स्टोर करने की जरूरत
यहाँ यह समझना ज्यादा महत्वपूर्ण है कि अपनी क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रूप से कैसे स्टोर किया जाए और अपने प्रियजनों के साथ अपनी इच्छाओं को कैसे बताया जाए। ठीक उसी तरह जैसे आप किसी अन्य मूल्यवान संपत्ति के साथ करते हैं। आप क्रिप्टो का व्यापार और स्टोरेज वॉलेट में करते हैं, लेकिन ये वॉलेट चमड़े का नहीं होता है। क्रिप्टो वॉलेट या तो डिजिटल हो सकते हैं या किसी ऐप या वेबसाइट पर मैनेज किए जा सकते हैं, या थंब ड्राइव की तरह फिजिकल हो सकते हैं। आप जैसा चुनते हैं, वह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने क्रिप्टो के साथ क्या करना चाहते हैं।
जितना नुकसान सह सकते हैं उतना ही क्रिप्टो करेंसी रखिए
वर्जीनिया के रिचमंड में जेम्स रिवर लॉ के संस्थापक और मैनेजिंग अटॉर्नी एलेक्स मेजियस कहते हैं कि लंबे समय के रूप में आप थर्ड पार्टी के एक्सचेंज पर आपकी जितनी खोने की ताकत है, उतना ही क्रिप्टो करेंसी वहां पर रखिए। आप पासवर्ड को नियंत्रित नहीं करते हैं। वे आपकी करेंसी को फ्रीज कर सकते हैं या उस पर हमला कर सकते हैं। एक कोल्ड वॉलेट एक छोटा फिजिकल स्टोरेज वाला कोई डिवाइस हो सकता है जिसे आसानी से गलत जगह पर रखा जा सकता है। आपके कोल्ड वॉलेट को एक्सेस के लिए एक पिन कोड की आवश्यकता होती है। साथ ही यदि आप पासवर्ड भूल जाते हैं तो आप बैकअप के रूप में एक रिकवरी पेज सेट करते हैं।
समझने वाले स्टोरेज को डिजाइन करें
मेजियस कहते हैं कि सबसे बड़ी बात एक स्टोरेज को डिज़ाइन करें जो समझ में आता है। यह इतना भी जटिल न बन जाये जिसे आप याद ही क्रिप्टोकुरेंसी ट्रेडिंग क्या है? नहीं रख सकें। कई बार लोग अपना पासवर्ड कहीं लिख लेते हैं या कागज के टुकड़े पर लिख कर छुपा लेते हैं। यह एक अच्छे विचार की तरह लगता है, लेकिन वास्तव में यह एक बहुत बुरा आइडिया है। यदि आप उन तीनों में से किसी एक को भी खो देते हैं, तो यह हमेशा के लिए चला जाता है और इस तरह से आपने अपने जोखिम को तीन गुना कर लेते हैं ।
वसीयत में नॉमिनी का नाम दें
अपनी वसीयत में एक नॉमिनी का नाम दें और अपनी प्रॉपर्टी के प्लान में एक दस्तावेज़ जोड़ें। इसमें आपकी क्रिप्टो असेट और आपके कोल्ड वॉलेट को खोजने के लिए कोई भी पासवर्ड लिखें हों। यदि आपका क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज में अकाउंट है, तो आपका लाभार्थी आपकी मृत्यु के बारे में पता चलने के बाद कस्टमर केयर से संपर्क कर सकता है।
जानकारी को अपडेट रखें
यह सुनिश्चित करें क्रिप्टोकुरेंसी ट्रेडिंग क्या है? कि संपत्ति की जानकारी अपडेट रखें। इससे यह सही लोगों के पास जाएगी, खासकर शादी या तलाक जैसे जीवन के बड़े फैसलों के बाद। इसलिए प्लान और वॉलेट को हमेशा अप-टू-डेट रखें ताकि लाभार्थी तक आपकी संपत्ति ट्रांसफर हो सके। यह आपके प्रियजनों पर बोझ को कम करने में मदद तो करता ही है साथ ही आपसी झगड़े या मनमुटाव को भी रोकता है।
याद रखें कि किसी की मृत्यु के बाद उंसके वारिसों के बीच होने वाले झगड़े अक्सर जटिलता उतपन्न करते हैं। मेजियस कहते हैं कि क्रिप्टो के अंदर अपनी कीमत को अचानक बढ़ा लेने की अद्भुत क्षमता है। इसलिए यह एक बहुत ही विस्फोटक चीज है।
क्या है Bitcoin? कैसे करते हैं इस वर्चुअल करेंसी में ट्रेडिंग, जानिए आपके काम का सबकुछ
Bitcoin की शुरुआत 2009 में हुई थी. शुरुआती कुछ सालों में बिटकॉइन में धीरे-धीरे बढ़ रही थी. लेकिन, 2015 के बाद से इसमें बड़ी तेजी देखने को मिली और यह दुनिया की नजरों में आ गई.
बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है. इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई. (Reuters)
दुनियाभर में क्रिप्टोकरंसी (CryptoCurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. बिटकॉइन में निवेश करने वाले अमीर लोग इस ऑनलाइन करंसी (Online Currency) के जरिए अपनी पूंजी को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं. यही वजह है कि इसके दाम भी नई ऊंचाइयां छू रहे हैं. 3 साल बाद एक बार फिर बिटकॉाइन में बड़ी तेजी देखने को मिली है. साल 2017 में बिटकॉइन में अपना रिकॉर्ड हाई (Bitcoin record High) बनाया था. इसके बाद नीचे की तरफ फिसलती गई. लेकिन, अब 3 साल का नया हाई बना दिया है. दुनियाभर में इस करंसी में लोग पैसा लगा रहे हैं. लेकिन, भारत सरकार (India Government) का मानना है कि उसके पास वर्चुअल करंसी (Virtual currency) का कोई डेटा नहीं है और इसलिए इसकी ट्रेडिंग में खतरा हो सकता है.
कब हुई थी बिटकॉइन की शुरुआत? (History of Bitcoin)
बिटकॉइन की शुरुआत 2009 में हुई थी. शुरुआती कुछ सालों में बिटकॉइन में धीरे-धीरे बढ़ रही थी. लेकिन, 2015 के बाद से इसमें बड़ी तेजी देखने को मिली और यह दुनिया की नजरों में आ गई. कई देशों में इस वर्चुअल करंसी में ट्रेडिंग (Virtual Currency trading) को लीगल माना गया और बिटकॉइन की कीमत लगातार बढ़ती गई. मौजूदा वक्त में इसकी कीमत 18000 डॉलर के पार निकल चुकी है. यह एक तरह की डिजिटल करंसी (Digital Currency) है. इसकी शुरुआत सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) नाम के शख्स ने की थी. भारत में भी गुपचुप तरीके से बिटकॉइन ट्रेडिंग (Bitcoin me trading kaise karein) की जा रही है. हालांकि, सरकार ने अब तक इसे लेकर नीतियां नहीं बनाई हैं. वहीं, सुप्रीम कोर्ट से इसकी मंजूरी मिल चुकी है.
कैसे होती है बिटकॉइन में ट्रेडिंग? (How to trade in bitcoin?)
बिटकॉइन ट्रेडिंग डिजिटल वॉलेट (Digital wallet) के जरिए होती है. बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है. इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई. दुनियाभर की गतिविधियों के हिसाब से बिटकॉइन की कीमत घटती बढ़ती रहती है. इसे कोई देश निर्धारित नहीं करता बल्कि डिजिटली कंट्रोल (Digitally controlled currency) होने वाली करंसी है. बिटकॉइन ट्रेडिंग का कोई निर्धारित समय नहीं होता है. इसकी कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बहुत तेजी से होता है.
बिटकॉइन का भी है एक्सचेंज (Bitcoin cryptocurrency trading exchange)
Kraken के जरिए बिटकॉइन में ट्रेडिंग (Bitcoin trading) की जा सकती है. यह क्रिप्टोकरंसी का एक्सचेंज (Cryptocurrency exchange) है. जिसे 2011 में बनाया गया था. इसके लिए पहले अपना अकाउंट बनाना होता है. इसके बाद ईमेल के जरिए अकाउंट कन्फर्म करना होता है. अकाउंट वेरिफाइ (Account verification) होने के बाद आप ट्रेडिंग मेथड सिलेक्ट कर सकते हैं. ट्रेडिंग के लिए चार्ट (Bitcoin trading chart) मौजूद होता है, जिसमें बिटकॉइन की कीमत की हिस्ट्री होती है. आप समय पर बिटकॉइन का ऑर्डर (How to order bitcoin) देकर खरीद सकते हैं और बेच सकते हैं. बिटकॉइन की कीमतों में बदलाव बहुत ही अप्रत्याशित और तेज होता है. इन्वेस्टमेंट के हिसाब से लोगों को ये काफी लुभावना लगता है.
खरीद-फरोख्त की नहीं क्रिप्टोकुरेंसी ट्रेडिंग क्या है? होती कोई जानकारी (Bitcoin investment details)
बिटकॉइन (Bitcoin) के लेनदेन का एक लेजर बनाया जाता है. दुनिया में लाखों व्यापारी भी बिटकॉइन से लेनदेन करते हैं. हालांकि, किसी भी केंद्रीय बैंक ने अभी इसको मान्यता नहीं दी है. अमेरिका की कई दिग्गज कंपनियां भी बिटकॉइन को स्वीकार करती हैं. इंटरनेट की दुनिया में इसकी खरीद-फरोख्त कराने वाले कई एक्सचेंज हैं. इंटरनेट की कई वेबसाइट और ऐप के माध्यम से इसकी खरीद-फरोख्त होती है. इसमें खरीद-फरोख्त करने वालों की जानकारी छुपी रहती है.
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क्या है बिटकॉइन का नुकसान? (Disadvantage of Bitcoin)
बिटकॉइन करेंसी से सबसे बड़ा नुकसान यह है कि अगर आपका कंप्यूटर हैक हो गया तो फिर यह वापस नहीं होगी यानी रिकवर नहीं होगी. इतना ही नहीं इसकी चोरी होने की आप पुलिस में या कहीं भी शिकायत दर्ज नहीं करा सकते हैं.
1 जुलाई से बदल रहा है ये जरूरी नियम: क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाने वालों को जबरदस्त झटका
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करते हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है। 1 जुलाई से क्रिप्टो में ट्रेडिंग करना आपको महंगा पड़ सकता है। दरअसल, 1 जुलाई, 2022 से Crypto निवेशकों को बड़ा झटका लगने वाला है।
अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में ट्रेडिंग करते हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है। 1 जुलाई से क्रिप्टो में ट्रेडिंग करना आपको महंगा पड़ सकता है। दरअसल, 1 जुलाई, 2022 से Cryptocurrency के निवेशकों को बड़ा झटका लगने वाला है। अगले महीने से सभी क्रिप्टो के ट्रांजैक्शन पर 1 फीसदी टीडीएस (TDS) का भुगतान करना होगा, फिर चाहे आपको मुनाफे में हो या न हो।
30 फीसदी टैपिटल गेन टैक्स लगाने का फैसला
आपको बता दें नए नियमों के अनुसार अब क्रिप्टोकरेंसी से की गई पर 30% टैक्स लग रहा है। मान लीजिए आपने 15 हजार रुपये का निवेश क्रिप्टोकरेंसी में किया है। कुछ साल बाद उसकी कीमत 45 हजार रुपये हो गई। ऐसे में आपको इस पर की गई कमाई यानी 30 हजार रुपये पर टैक्स देना होगा। साथ ही अब 1 जुलाई से क्रिप्टो के लेन देन पर 1 फीसदी टीडीएस का भी भुगतान करना होगा। बता दें जो निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को मुनाफे में नहीं भी बेचते हैं उन्हें भी टैक्स चुकाना होगा।
क्या है नियम?
बता दें कि आयकर नियमों में संशोधन किया गया है। यह टीडीएस क्रिप्टोकुरेंसी ट्रेडिंग क्या है? प्रावधान आयकर अधिनियम, धारा 194एस में जोड़े गए एक नए प्रावधान के तहत लागू किया गया है। नए नियमों के अनुसार, धारा 194S के तहत कटौती की गई किसी भी राशि का भुगतान केंद्र सरकार को उस महीने के अंत से 30 दिनों के भीतर किया जाना है जिसमें कटौती की गई है। साथ ही, इसे इसी अवधि के भीतर बुधवार को अधिसूचित एक नए फॉर्म 26QE में रिपोर्ट करना होगा।
क्रिप्टोकरेंसी इनसाइडर ट्रेडिंग का पहला मामला अमेरिका में सामने आया, दो भारतीय भाई, एक इंडियन अमेरिकन आरोपी
इन तीनों ने क्वॉइनवेस एक्सचेंज पर लिस्ट होने वाली क्रिप्टो एसेट को लेकर गुप्त सूचनाएं लीक की.
First ever cryptocurrency insider trading tipping scheme: क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में पहला इनसाइडर ट्रेडिंग का मामला साम . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : July 22, 2022, 09:21 IST
हाइलाइट्स
यह क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में पहला इनसाइडर ट्रेडिंग का मामला होगा.
इन लोगों ने एक मिलियन डॉलर यानी लगभग 8 करोड़ रुपए अवैध तरीके से कमाए हैं.
आरोपी वाही बंधुओं को गुरुवार सुबह सिएटल में गिरफ्तार किया गया.
वॉशिंगटन. शेयर बाजार में इनसाइडर ट्रेडिंग और घपले-घोटाले की खबरें तो आपने पढ़ी होंगी लेकिन अब क्रिप्टोकरेंसी में इनसाइडर ट्रेडिंग का मामला सामने आया है. एक तरह से देखा जाए तो यह क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में पहला इनसाइडर ट्रेडिंग का मामला होगा. यह मामला अमेरिका में सामने आया है. इसमें में दो भारतीय भाई और उनके एक इंडियन अमेरिकन दोस्त पर इसमें शामिल होने का आरोप लगा है.
केस के मुताबिक, इस इनसाइडर ट्रेडिंग से इन लोगों ने एक मिलियन डॉलर यानी लगभग 8 करोड़ रुपए अवैध तरीके से कमाए हैं. मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 32 वर्षीय ईशान वाही (Ishan Wahi) और उसका 26 वर्षीय भाई निखिल वाही (Nikhil Wahi) भारत के नागरिक हैं और सिएटल में रह रहे थे. वहीं, उनका इंडियन अमेरिकन दोस्त 33 वर्षीय समीर रमानी ह्यूस्टन में रहता है.
क्वॉइनवेस एक्सचेंज से जुड़ा मामला
न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए संयुक्त राज्य अटॉर्नी डेमियन विलियम्स और फेडरल जांच ब्यूरो के न्यूयॉर्क फील्ड ऑफिस के असिस्टेंट डायरेक्टर-इन-चार्ज माइकल जे. ड्रिस्कॉल ने गुरुवार को इस केस को ओपन करने की घोषणा की. इस मामले में वाही ब्रदर्स और रमानी पर फ्रॉड कॉन्सपिरेसी और क्रिप्टोकरेंसी एसेट में इनसाइडर ट्रेडिंग का चार्ज लगा है. इन तीनों ने क्वॉइनवेस एक्सचेंज पर लिस्ट होने वाली क्रिप्टो एसेट को लेकर गुप्त सूचनाएं लीक की.
वाही बंधुओं को गिरफ्तार किया गया
सिक्यूरिटी एंड एक्सचेंज कमिशन ने गुरुवार को इन तीन लोगों के खिलाफ इनसाइडर ट्रेडिंग के क्रिप्टोकुरेंसी ट्रेडिंग क्या है? आरोपों की घोषणा की. वाही बंधुओं को गुरुवार सुबह सिएटल में गिरफ्तार किया गया. इनको वाशिंगटन के जिला कोर्ट में पेश किया जाएगा. एसईसी कम्प्लेन में कहा गया है कि माना जा रहा है कि रमानी वर्तमान में भारत में है. रमानी और ईशान वाही ने एक ही समय में ऑस्टिन में टेक्सास विश्वविद्यालय में पढ़ाई की और घनिष्ठ मित्र बने.
25 अलग-अलग क्रिप्टो एसेट में इनसाइडर ट्रेडिंग
प्रॉसक्यूटर्स ने कहा कि इन तीनों को पहली क्रिप्टोकरेंसी इनसाइडर ट्रेडिंग टिपिंग स्कीम में आरोपित किया गया है. इस मामले में आरोपियों ने कम से कम 25 अलग-अलग क्रिप्टो एसेट में अवैध व्यापार किया और लगभग 1.5 मिलियन अमरीकी डालर का अवैध प्रॉफिट कमाया है.
ईशान वाही पर वायर फ्रॉड की साजिश के दो और वायर फ्रॉड के दो मामले दर्ज हैं. इनमें में से प्रत्येक में अधिकतम 20 वर्ष की सजा का प्रावधान है. इसी तरह, निखिल वाही और रमानी पर वायर फ्रॉड की साजिश का एक और वायर फ्रॉड का एक आरोप लगाया गया है, जिनमें से प्रत्येक में अधिकतम 20 वर्ष की सजा का प्रावधान है.
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