What is difference between Share Market and Stock Market – शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट के बीच अंतर
जो भी हम शेयर बाजार के बारे में बात करते हैं, तो हमारे मन में शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट दोनों का ख्याल आता है। लेकिन दोनों में कुछ अंतर होता है। आज का हमारा यह लेख इसी के ऊपर है। आज हम पहचानेंगे की शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट में क्या अंतर है? What is difference between Share Market and Stock Market – शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट के बीच अंतर।
What is difference between Share Market and Stock Market – शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट के बीच अंतर
कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 61 के अनुसार, कंपनी अपने शेयरों को परिवर्तित कर सकती है। यानी सीधे शब्दों में कहे तो कोई भी कंपनी द्वारा शेयर को जारी किया जाता है। जो पूरी तरह से भुगतान किए जाते हैं, जिन्हें हम स्टॉक स्टॉक कह सकते हैं। ‘शेयर‘ सबसे छोटी इकाई है जिसमें कंपनी की पूंजी को विभाजित किया जाता है। कंपनी में शेयर धारक के स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करता है।
‘ स्टॉक’ लोगों के शेयरों का संग्रह होता है, जिसे पूरी तरह से पूंजी बाजार में भुगतान किया जा सकता है। जब कोई व्यक्ति बाजार से शेयर खरीदता है तो वह शेयर धारक बन जाता है। इस तरह से वह संबंधित कंपनी के लाभांश और संबंधित कंपनी में शेयर के प्रतिशत के अनुसार मालिकाना हक रखता है।
सभी शेयर सामान्य रूप से अलग-अलग मूल्य वर्ग के होते हैं। जबकि स्टॉक का मूल्य अलग होता है। जब कोई शेयरों में निवेश करना चाहता है तो उसे शेयर के साथ साथ स्टॉक में क्या अंतर है इसके बारे में भी पता होना चाहिए।
शेयर और स्टॉक के बीच में अंतर
- किसी भी कंपनी की पूंजी की छोटी इकाइयों में विभाजित होने पर उन्हें शेयर कहते हैं। वही किसी सदस्य के द्वारा उन शेयरों को खरीद करके इकट्ठा करने को स्टॉक कहा जाता है।
- शेयर को आंशिक या पूरी तरह से भुगतान किया जा सकता है। स्टॉक केवल पूरी तरह से भुगतान किए Share Market में क्या काम करता है? जाते हैं।
- शेयरों की संख्या एक निश्चित होती है जो कि किसी विशिष्ट कंपनी द्वारा जारी की जाती है। स्टॉक में कितनी संख्या नहीं होती।
- शेयर का आंशिक हस्तांतरण संभव नहीं है। वही, स्टॉक का आंशिक हस्तांतरण किया जा सकता है।
- शेयर हमेशा मूल रूप से जारी किया जाता है जबकि स्टॉक को मूल रूप से जारी नहीं किया जाता है।
- किसी भी शेयर की एक निश्चित संख्या होती है, जिसे एक विशिष्ट संख्या के रूप में जाना जाता है जो इसे अन्य शेयरों से अलग करता है। लेकिन एक ही स्टॉक की संख्या सीमित नहीं होती।
- शेयरों का नाम मात्र मूल्य होता है, लेकिन स्टॉक का कोई मूल्य नहीं होता है।
- शेयर को आंशिक रूप से स्थानांतरण नहीं किया जा सकता, जबकि स्टॉक को किया जा सकता है।
शेयर की परिभाषा
एक शेयर किसी कंपनी की शेयर पूंजी की सबसे छोटे हिस्से के रूप में परिभाषित किया जाता है। जो कंपनी Share Market में क्या काम करता है? में शेयरधारकों के स्वामित्व के अनुपात का प्रतिनिधित्व करता है।
शेयर ,शेयर धारकों और कंपनी के बीच में एक संबंध का काम करती है। शेयर की बिक्री के लिए शेयर को शेयर बाजार में पेश किया जाता है। शेयर तभी जारी किए जाते हैं, जब कोई कंपनी बाजार से पूंजी इकट्ठा करनी चाहती हो। शेयर चल संपत्ति है जो कंपनी के एसोसिएशन ऑफ आर्टिकल में निर्देश तरीके से स्थानांतरित किए जा सकते हैं।
शेयर को मुख्य तौर पर दो रूप में बांटा जा सकता है
- इक्विटी शेयर
- वरीयता शेयर
इक्विटी शेयर किसी भी कंपनी के सामान्य शेयर होते हैं जो वोटिंग अधिकार प्रदान करते हैं। जबकि वरीयता शेयर ऐसे शेयर होते हैं जो लाभांश के भुगतान के लिए अधिकृत होते हैं। यदि कोई कंपनी डूबती है तो सबसे पहले वरीयता शेयरधारकों को भुगतान किया जाता है।
स्टॉक की परिभाषा
किसी भी कंपनी द्वारा जारी किए गए शेयर को, एक स्टॉक के रूप में खरीदना स्टॉक स्टॉक कहलाता है। जब किसी सदस्य के शेयरों को एक फंड में परिवर्तित किया जाता है तो उसे स्टॉक के रूप में जाना जाता है।
शेयरों द्वारा सीमित एवं सार्वजनिक कंपनी अपने पूर्ण भुगतान वाले शेयर को स्टॉक में परिवर्तित कर सकती है। तो उसे स्टॉक के रूप में जाना जाता है। हालांकि स्टॉक का मूल मुद्दा संभव नहीं है। शेयर को स्टॉक में बदलने के लिए निम्नलिखित शर्त पूरी की जानी चाहिए।
- एसोसिएशन द्वारा लेखों को इस तरह के रूपांतरण को निर्दिष्ट करना चाहिए।
- कंपनी को कंपनी की वार्षिक आम बैठक में एक साधारण प्रस्ताव पारित करने के बाद ही शेयर को स्टॉक में परिवर्तित किया जा सकता है।
- कंपनी निर्धारित समय के भीतर शेयरों में शेयरों के रूपांतरण के बारे में कंपनियों के रजिस्ट्रार को नोटिस भेज सकती है।
शेयरों को स्टॉक में बदलने के बाद, कंपनी के सदस्यों का रजिस्टर उनके द्वारा रखे गए शेयरों के स्थान पर प्रत्येक सदस्य द्वारा रखे गए स्टॉक को दिखाता है। हालांकि सदस्यों के मतदान के अधिकार में कोई बदलाव नहीं होता है। इसके अलावा शहर के हस्तांतरण पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता। उन्हें अब अंश रूप से हस्तांतरित किया जा सकता है। जिसे हम फॉरवर्ड स्टॉक और कॉमन स्टॉक के नाम से जानते हैं।
निष्कर्ष
आज के हमारे इस लेख में हमने आप सभी लोगों को इस बारे में जानकारी दी है कि What is difference between Share Market and Stock Market – शेयर मार्केट और स्टॉक मार्केट के बीच अंतर । संक्षेप में कहा जा सकता है कि कंपनी की पूंजी का छोटा सा हिस्सा शेयर होता है। जबकि किसी सदस्य द्वारा रखे गए शेयर का संग्रह स्टॉक कहलाता है। भारतीय कंपनी अधिनियम, 2013 में शेयरों को स्टॉक में बदलने और इसके विपरीत एक समिति कंपनी की अधिकृत करने की क्षमता दी है। इसके अंतर्गत कुछ कानूनी औपचारिकताएं पूरी करना जरूरी होता है। आपको आज का मारा यह लेख कैसा लगा? हमें कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके जरूर बताएं। इससे संबंधित अगर आपकी कुछ सवाल एवं सुझाव है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं।
Admin Desk हम हिंदी भाषा में यहां सरल शब्दों में आपको ज्ञानवर्धक जानकारियां उपलब्ध कराने की कोशिश करते हैं। ज्यादातर जानकारी है इंटरनेट पर अंग्रेजी भाषा में मौजूद है। हमारा उद्देश्य आपको हिंदी भाषा में बेहतर और अच्छी जानकारी उपलब्ध कराना है।
'शेयर बाजार में निवेश'
Stock Market Today Updates: सेंसेक्स (Sensex) 113 अंकों की तेजी के साथ 62,243 पर खुला. वहीं, निफ्टी (Nifty) ने भी 35 अंकों की तेजी के साथ 18532 के स्तर पर कारोबार Share Market में क्या काम करता है? की शुरुआत की.
FPI Inflows In Equities: इससे पहले सितंबर और अक्टूबर में विदेशी निवेशकों की शेयर बाजार में बिकवाली देखी गई थी. उन्होंने अक्टूबर में शेयर बाजार से आठ करोड़ रुपये और सितंबर में 7,624 करोड़ Share Market में क्या काम करता है? रुपये के भारतीय शेयर बेचे थे.
Stocks in Focus Today: अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो ऐसे स्टॉक का चुनाव करें जो आपको शानदार कमाई करा सकते हैं.
Rakesh Jhunjhunwala News: राकेश झुनझुनवाला के दुर्भाग्यपूर्ण निधन के बाद अब फोकस शेयर बाजार में उनकी शेयरों की हिस्सेदारी पर आ गया है. शेयर बाजार के निवेशक और विश्लेषक हमेशा उनके एक-एक दांव पर नजर रखते थे. अब स्पॉटलाइट शेयर बाजार में उनकी लगभग 4 बिलियन डॉलर या साढ़े तीन हजार करोड़ की स्टॉकहोल्डिंग पर है.
शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला का रविवार सुबह निधन हो गया. भारत के वारेन बफे कहे जाने झुनझुनवाला का ‘नेटवर्थ’ 5.8 अरब डॉलर (46,000 करोड़ रुपये) था. सूत्रों के मुताबिक, उन्हें सुबह दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. वह अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चों को छोड़कर गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झुनझुनवाला के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने आर्थिक जगत में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. जानें- कैसे उन्होंने 5000 रुपए के निवेश से शुरुआत करके अपनी नेटवर्थ को 46 हजार करोड़ के पार पहुंचाया.
निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने बताया कि बीमा नियामक की मंजूरी का इंतजार है. इसके बाद शेयर बिक्री के आकार का विवरण देने वाले दस्तावेजों का मसौदा दाखिल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनियम बॉर्ड (सेबी) की मंजूरी मिलने के बाद मार्च तक एलआईसी का आईपीओ बाजार में आ सकता है.
कंपनी के राजस्व में मुख्य योगदान आईटी सेवाओं का रहता है. कंपनी ने कहा कि आईटी सेवाओं से उसकी आमदनी मार्च, 2022 की तिमाही में 269.2 करोड़ से 274.5 करोड़ डॉलर रहेगी. यह तिमाही आधार पर दो से चार प्रतिशत की वृद्धि होगी.
Sovereign Gold Bond 2021-22 Scheme : केंद्रीय रिजर्व बैंक सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत ब्याज से लिंक्ड बॉन्ड जारी करता है, जिसकी कीमत बाजार में सोने के भाव से तय होती है. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को पेपर गोल्ड भी कहते हैं क्योंकि यह एक तरह का दस्तावेज होता है, जिसमें आप निवेश करते हैं.
Cryptocurrency | Reported by: ख़बर न्यूज़ डेस्क, Edited by: तूलिका कुशवाहा |शुक्रवार सितम्बर 24, 2021 08:55 AM IST
Cryptocurrency Investment : स्टॉक, बॉन्ड, गोल्ड जैसे कई पारंपरिक विकल्प मौजूद हैं, लेकिन अब क्रिप्टोकरेंसी भारत में भी निवेशकों को अपनी ओर खींच रही है. लेकिन हम एक बार नजर डालते हैं कि क्रिप्टोकरेंसी, पहले से मौजूद ट्रेडिशनल ऑप्शन्स से कितनी अलग है.
IPO Market News : बुधवार को तीन कंपनियों के आईपीओ खुले हैं. कृष्णा डायग्नोस्टिक्स, देवयानी इंटरनेशनल और विंडलास बायोटेक के आईपीओ आज से खुल गए हैं. सबसे ज्यादा चर्चा देवयानी इंटरनेशनल की है. यही कंपनी भारत में KFC और Pizza Hut जैसे आउटलेट्स का ऑपरेशन देखती है.
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है और यह कैसे काम करता है शेयर मार्केट की जानकारी, शेयर कैसे खरीदें हिंदी में विस्तार से शेयर मार्किट गाईड आसान भाषा में। जब भी हम किसी बाज़ार की कल्पना करते है तो हमारे दिमाग में किसी ऐसी जगह की इमेज बनती है जहाँ बहुत-सी दुकानें होंगी या कोई मॉल जहां जाकर आप खरीदारी कर सकते हैं मगर शेयर बाजार ऐसा बाजार नहीं है. शेयर बाजार में खरीदने और बेचने का काम पूरी तरह से कंप्यूटर द्वारा ऑटोमेटिक तरीके से होता है. कोई भी शेयर खरीदने या बेचने वाला अपने ब्रोकर के द्वारा एक्सचेंज पर अपना आर्डर देता है और पलक झपकते ही पेंडिंग आर्डरों के अनुसार ऑटोमेटिकली सौदे का मिलान हो जाता है.
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार में काम के घंटों में ब्रोकर अपने ग्राहकों के लिए उनके द्वारा दिए गए आर्डर टर्मिनल में डाल देते हैं. इसके बदले में ब्रोकर को ब्रोकरेज या दलाली मिलती है। शेयर बाजार के बारे में अधिक जानकारी ओर अन्य पहलुओं को जानने के लिये Share Market information in Hindi विस्तार से पढ़ें।
कैसे होता है शेयर बाजार में काम
हम कह सकते हैं कि मुख्यतः शेयर बाजार की तीन कड़ियाँ हैं स्टॉक एक्सचेंज, ब्रोकर और निवेशक. ब्रोकर स्टॉक एक्सचेंज के सदस्य होते है और केवल वे ही उस स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेडिंग कर सकते हैं. ग्राहक सीधे जाकर शेयर खरीद या बेच नहीं सकते उन्हें केवल ब्रोकर के जरिए ही जाना पड़ता है. ऐसा नहीं है कि शेयर बाजार में निवेश करने के लिये कोई मोटी राशि कि जरुरत है, यहां पढिये शेयर बाजार में कम से कम कितने पैसे लगा सकते हैं।
शेयर बाजार क्या है – भारत के प्रमुख स्टॉक एक्स्चेंज
देश में मुख्यतः BSE यानी मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और NSE यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज हैं जिन पर शेयरों का कारोबार होता है. BSE और NSE दुनिया के बड़े स्टॉक एक्सचेंज हैं. अधिकतर कंपनियां जिनके शेयर मार्केट में ट्रेड होते हैं इन दोनों स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड है मगर यह भी हो सकता है कि कोई कंपनी इन दोनों में से किसी एक ही एक्सचेंज पर लिस्टेड हों.
डीमैट अकाउंट है ज़रूरी
देश के मुख्यता सभी बड़े बैंक या उनकी सबसिडी कंपनियां और अन्य बड़ी वित्तीय कंपनियां इन एक्सचेंजों में ब्रोकर के तौर पर काम करती हैं. ग्राहक इन ब्रोकर कम्पनियों के पास जाकर अपने डीमैट अकाउंट की जानकारी देकर अपना खाता ब्रोकर के पास खुलवा सकता है. इस प्रकार ग्राहक का डीमैट एकाउंट ब्रोकर के अकाउंट से जुड़ जाता है और खरीदी अथवा बेची गई शेयर्स ग्राहक के डीमैट अकाउंट से ट्रांसफर हो जाती हैं. इसी प्रकार ग्राहक अपना बैंक खाता भी ब्रोकर के खाते के साथ जोड़ सकता है जिससे खरीदे अथवा बेचे गए शेयरों की धनराशि ग्राहक के खाते में ट्रांसफर की जाती है.
डीमैट अकाउंट से जुड़ता है ट्रेडिंग अकाउंट
ग्राहक द्वारा खरीदे गए शेयर इलेक्ट्रॉनिक रूप में उसके डीमैट एकाउंट में पड़े Share Market में क्या काम करता है? रहते हैं जब भी कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है तो डीमैट अकाउंट से जुड़े बैंक खाते में डिविडेंड की राशि पहुंच जाती है. इसी प्रकार यदि कंपनी बोनस शेयरों की घोषणा करती है तो बोनस Share Market में क्या काम करता है? शेयर भी शेयरहोल्डर के डीमैट अकाउंट में पहुंच जाते हैं. ग्राहक जब शेयर बेचता है तो उसी डीमैट अकाउंट से वह शेयर ट्रान्सफर हो जाता है.
शेयरों में कारोबार करने के लिए एक निवेशक के पास डीमैट अकाउंट, ब्रोकर के पास ट्रेडिंग अकाउंट और उससे जुडा एक बैंक खाता होना जरूरी है. कई बैंक इसके लिए थ्री इन वन खाता खोलने की सुविधा भी देते हैं. अधिकतर ब्रोकर हाउस आपको ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग की सुविधा भी प्रदान करते हैं इसके अलावा आप फोन करके भी अपने ऑर्डर दे सकते है.
यदि आप भी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो शेयर बाजार क्या है और शेयर बाजार कैसे काम करता है यह आपके लिए समझना बहुत आवश्यक है.
STOCK MARKET में स्टॉक का भाव कम ज्यादा क्यों होता है ?
दोस्तों, अक्सर मन में ये भी सवाल आता है, STOCK MARKET में स्टॉक का भाव कम ज्यादा क्यों होता है ? ऐसा क्या है की शेयर्स के भाव घटते और बढ़ते रहते है?
आज हम इसी बात को समझेंगे की आखिर SHARE MARKET में होने वाले उतार और चढाव, के पीछे क्या कारण है?
STOCK MARKET का सबसे मुख्य काम है, एक MARKET PLACE बनाना ,जहा शेयर खरीदने वाले और बेचने वाले दोनों भी हमेशा मौजूद रहे,
और INDIAN STOCK MARKET में BSE और NSE बहुत सही तरह से अपनी भूमिका STOCK MARKET के रूप में निभा रहे है,
शेयर्स के भाव में बदलाव – DEMAND AND SUPPLY
STOCK MARKET एक ऐसा MARKET PLACE है, जहा शेयर खरीदने और बेचने के लिए हमेशा BUYER और SELLER की DEMAND बनी रहती है, जो शेयर्स खरीदना और बेचना चाहते है,
और किसी भी बाजार को चलाने में DEMAND (मांग) और SUPPLY (आपूर्ति) की मुख्य भूमिका होती है, और इस तरह DEMAND और SUPPLY के नियम से ही STOCK MARKET में उतार चढाव देखने को मिलता है,
जब SHARES की DEMAND अधिक होती है, तो SHARES के भाव बढ़ जाते है, और जब DEMAND कम होती है तो SHARES के भाव घट जाते है,
और शेयर्स के भाव घटने और बढ़ने से बाजार का सूचकांक यानी BSE-SENSEX और NSE- NIFTY में भी उतार और चढाव देखने को मिलता है ,
शेयर्स के भाव में बदलाव – शेयर के प्रति नजरिया
STOCK MARKET में सिर्फ आकड़ो और पिछले तथ्यों के आधार पर अनुमान लगाया जाता है, की SHARES के भाव आगे क्या रहेंगे, एक ही STOCK के बारे में हर किसी की अलग अलग राय हो सकती है,
कोई उसे खरीदना चाहता है और कोई बेचना चाहता है , और इसी खरीदने और बेचने के अलग अलग नजरिये को लेकर ही लोग STOCK MARKET में STOCK खरीदने और बेचने का ORDER डालते है,
और लोगो के इन अलग अलग नजरिये और ORDERS के ऊपर DEMAND और SUPPLY के नियम से STOCK MARKET हमेशा काम करता रहता है, और डिमांड अधिक होने पे भाव बढ़ जाते है और DEMAND कम होने पे भाव कम हो जाते है,
STOCK MARKET में कोई भी व्यक्ति Share Market में क्या काम करता है? अपने अनुमान के हिसाब से सही हो सकता है या गलत भी , कोई भी हमेशा एकदम सही सही अनुमान नहीं लगा सकता, STOCK MARKET ही सब कुछ स्पष्ट करता है, बाकि कोई दूसरा STOCK MARKET में होने वाले उतार चढाव को सही-सही नहीं बता सकता,
इस तरह हम समझ सकते है, की STOCK MARKET में जो लोग भाग लेते है, यानीं STOCK खरीदने और बेचने वाले लोगो को लेकर एक STOCK MARKET बन जाता है और इन खरीदने और बेचने वालो के मध्य एक DEMAND और SUPPLY का नियम काम करने लगता है, जिसकी वजह से शेयर के भाव में उतार और चढाव देखने को मिल जाता है,
STOCK MARKET में उतार -चढाव के कुछ कारण-
वैसे तो STOCK MARKET में उतार चढाव के बहुत सारे कारण हो सकते है,उसमे कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार है,
- समाचार – (POSITIVE और NEGATIVE NEWS FROM GOVERNMENT)- समय- समय पर सरकारे अपनी नीतियों द्वारा अलग अलग क्षेत्रो के बिकास की योजनायें बनाती है, जैसे ही ऐसी कोई NEWS आती है की सरकार किसी अमुक क्षेत्र में विकास की योजना बनाने वाली है तो उस क्षेत्र से जुड़े शेयर्स की तरफ खरीदने वाले ज्यादा आते है, क्योकि इस से कंपनियों को ज्यादा लाभ होने की उम्मीद होती है, और ज्यादा लोगो के शेयर्स खरीदने की वजह से उस कंपनी के शेयर्स के भाव बढ़ जाते है, और ठीक इसके उलटे अगर कभी NEWS NEGATIVE हो यानी उस क्षेत्र के अनुकूल न होने पर उस क्षेत्र से जुड़े कंपनी के शेयर्स को लोग बेचना चाहते है, जिस से उस कंपनी के भाव कम हो जाते है,
- RESERVE BANK OF INDIA (RBI)- की नीतिया –
- विश्व की अर्थव्यवस्था (GLOBAL ECONOMY IMPACT)
- सरकार की नीतिया
- कम्पनी के लाभ कमाने की क्षमता –
- कंपनी की अपनी नीतिया-
- कंपनी का MANAGEMENT-
इस तरह अन्य बहुत सारे कारण है जो STOCK MARKET के उतार-चढाव के अन्य बहुत सारे कारण है, जिसकी वजह से STOCK MARKET में हमेशा कुछ न कुछ होता रहता है और ये निरंतर चलता रहता है,
शेयर मार्केट क्या है,कैसे सीखे जानिए हिंदी में- What is Share Market
दोस्तों क्या आप शेयर मार्केट के बारे में सभी जानकारी विस्तार पूर्वक जानना चाहते हैं Share Market क्या है | तो आप बिल्कुल सही पेज पर आए हैं| इसमें आपको Stock Market के बारे में सभी जानकारी हिंदी में सीखने को मिलेगी| इस पोस्ट में आपको शेयर बाजार से जुड़े सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे| जैसे शेयर मार्केट क्या है| शेयर मार्केट में निवेश कैसे करें| Investment के लिए खोले जाने वाले Account कौन से हैं| शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाए| Share market को समझने के लिए Best Book कौन सी हैं| तथा Share market को पढ़ने के लिए Best Institute और Course कौन से हैं| यह सभी जानकारी आपको इस पोस्ट में जानने को मिलेगी|
Share Market Kya Hai
Table of Contents
Share Market क्या है – Share Market वह Market होती है| जहां पर अलग-अलग Company के Share खरीदने और बेचने का काम किया जाता है| शेयर मार्केट भी अन्य मार्केट की तरह सामान्य ही होती है| शेयर बाजार एक ऐसी जगह है| जहां पर बहुत सारी Company Listed होती हैं| और यह कंपनीया अपने कुछ शेयर आम जनता को प्रदान करने का मौका देती है| इन के शेयर के दाम भी अलग-अलग होते हैं| बहुत लोग ऐसे होते हैं| जो Company से Share को खरीदते हैं| तथा उनका दाम बढ़ जाने पर उन्हें बेच देते हैं| और इस प्रकार से पैसा कमाते हैं| आपको बता दें कि Company के Share के दाम Fix नहीं होते हैं| कम या ज्यादा होते रहते हैं|
बहुत से लोग कंपनियों से शेयर खरीदते ही इसलिए Share Market में क्या काम करता है? हैं| ताकि उनको आने वाले समय में अधिक Return मिल सके|और उनको भारी फायदा हो| Share Market का काम आप Offline के साथ Online भी कर सकते हैं|
शेयर बाजार के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी
Share Market एक ऐसी Market है| जहां पर Company अपने शेयर को मार्केट में आम जनता की खरीद के लिए जारी करती हैं| और इसी के जरिए कंपनियां अपने बिजनेस में हिस्सेदारी खरीदने का मौका जनता को देती है| जो लोग शेयर खरीदना चाहते हैं| वह लोग कंपनी के हिस्सेदार बन जाते हैं| शेयर खरीदने से पहले आपको मार्केट के और यहां के काम करने के तरीके का ज्ञान होना जरूरी होता है| जो लोग Share खरीदना चाहते हैं| उनको काम करने के तरीके के साथ- साथ इसमें कैसे और कब Invest किया जाए| इस बात की जानकारी भी होनी चाहिए| आपको यह भी पता होना चाहिए कि किस प्रकार से पैसे लगाना आपको मुनाफा दिलवा सकता है| आपकी सभी बातों की जानकारी होना इसलिए जरूरी होता है| कि आपको मुनाफा ना हो तो आप को किसी प्रकार का नुकसान भी ना हो सके|
Referral Code Kya Hota Hai |
Bijli Meter Change Application |
शेयर बाजार में कई बार जोखिम भी उठाने पड़ जाते हैं| इसलिए इस पर निवेश तभी करें जब आप की आर्थिक स्थिति ठीक चल रही हो| जिससे यदि आपको कोई जोखिम उठाना भी पड़े तो आप पर कोई खास फर्क ना हो| ऐसा जरूरी नहीं है कि आपको Share Market में नुकसान ही उठाना पड़े| यदि आपको सभी जानकारी होगी और आप सोच समझकर इस पर निवेश करेंगे| तो आपको बहुत अधिक लाभ होगा|
यदि किसी भी Stock की कीमत में किसी भी तरह का उतार-चढ़ाव होता है| तो वह उतार चढ़ाव उस कंपनी की स्थिति पर निर्भर करता है| और अगर हम स्टॉक मार्केट की बात करें तो यह एक ऐसी मार्केट होती है| इसमें बहुत ही कम समय में पैसे कमाए जा सकते हैं| लेकिन अगर इसमें मुनाफा ना हुआ| तो इसमें आपके पैसे डूबने की संभावना रहती है| मुनाफा होना और ना होना उस Company के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है| जिससे आपने Share खरीदा है|
शेयर मार्केट में निवेश कैसे करें
यदि आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं| तो आप यह निवेश ऑफलाइन तथा ऑनलाइन दोनों प्रकार से कर सकते हैं| Invest चाहे आप किसी भी प्रकार से करें| लेकिन इसमें आपको एक Stock Broker की आवश्यकता होती है| क्योंकि Share Market में Invest करने के लिए आप Direct प्रवेश नहीं कर सकते| इसीलिए आपको Stock Broker की आवश्यकता होती है| क्योंकि Invester ही आपको शेयर मार्केट तक पहुंचने में आपकी मदद करता है| Share Market में आपको बहुत से Broker मिल जाते हैं| जैसे- Zerodha, Sharekhan, Angel Broking, ICICI Direct आदि| इस प्रकार के ब्रोकर से संबंध उत्पन्न करके आप Account खोलने के काम को पूरा करें| जिससे आप उसमें Invest करेंगे|
Investment के लिए खोलें जाने वाले Account
इन्वेस्टमेंट के लिए खोले जाने वाले खाते दो प्रकार के होते हैं|
Demat Account एक Bank Account की तरह ही होता है| इस Account में आप Share Certificate और अन्य Security को Electronic Form में रख सकते हैं| Deamt Account का मतलब Demat Realization Account होता है| इसमें आप Share Bond Government Securities Mutual Fund Insurance ETFO जैसे Investment को रखने की प्रक्रिया आसानी से कर सकते हैं|
Trading Account एक प्रकार का Interface होता है| जो शेयरों की खरीद और बिक्री की अनुमति देता है| यह Invester के Bank और Demat Account के बीच का एक Interface के रूप में कार्य करता है| Trading Account का मतलब होता है| किसी भी वस्तु या सेवा को कम दामों में खरीदना तथा उस वस्तु या सेवा के दाम बढ़ जाने पर उसे बेच कर लाभ कमाना|
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 136