देश का विदेशी मुद्रा भंडार 1.425 अरब डॉलर घटा, RBI ने दी जानकारी
विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) के घटने की वजह से हुई. आंकड़ों के अनुसार 18 फरवरी को समाप्त सप्ताह सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा रणनीति में एफसीए 2.228 अरब डॉलर घटकर 564.832 अरब डॉलर रह गया.
By: पीटीआई | Updated at : 05 Mar 2022 07:40 AM (IST)
विदेशी मुद्रा भंडार
Foreign Reserve Reduced: मुद्रा परिसंपत्तियों में गिरावट आने के कारण देश का विदेशी मुद्रा भंडार 25 फरवरी को समाप्त सप्ताह में 1.425 अरब डॉलर घटकर 631.527 अरब डॉलर रह गया. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. इससे पहले के हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 2.762 अरब डॉलर बढ़कर 632.952 अरब डॉलर हो गया था.
FCA में आई गिरावट
आरबीआई के सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा रणनीति शुक्रवार को जारी साप्ताहिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट, विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) के घटने की वजह से हुई. आंकड़ों के अनुसार 18 फरवरी को समाप्त सप्ताह में एफसीए 2.228 अरब डॉलर घटकर 564.832 अरब डॉलर रह गया.
सोने के भंडार में तेजी जारी रही
डॉलर में अभिव्यक्त विदेशी मुद्रा भंडार में रखे जाने वाले विदेशी मुद्रा आस्तियों में यूरो, पौंड और येन जैसे गैर अमेरिकी मुद्रा के मूल्यवृद्धि अथवा मूल्यह्रास के प्रभावों को शामिल किया जाता है. इसी सप्ताह में सोने के भंडार में तेजी जारी रही. समीक्षाधीन सप्ताह में ये 95.8 अरब डॉलर बढ़कर 42.467 अरब डॉलर हो गया.
आईएमएफ के पास घटा देश का मुद्रा भंडार
समीक्षाधीन सप्ताह में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास जमा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 12.2 करोड़ डॉलर घटकर 19.04 अरब डॉलर रह गया. आईएमएफ में रखे देश का मुद्रा भंडार 3.4 करोड़ डॉलर घटकर 5.187 अरब डॉलर रह गया
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Published at : 05 Mar 2022 07:39 AM (IST) Tags: India Rupee currency dollar forex Foreign reserve हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
पांचवें हफ्ते 2.91 अरब डॉलर बढ़कर विदेशी मुद्रा भंडार 564.1 अरब डॉलर हुआ
नई दिल्ली। आर्थिक र्मोचे (economic front) पर राहत देने वाली खबर है। लगातार पांचवें हफ्ते (fifth week in a row) विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी (increase foreign exchange reserves) दर्ज हुई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9 दिसंबर को समाप्त हफ्ते में 2.91 अरब डॉलर ($ 2.91 billion increased) बढ़कर 564.06 अरब डॉलर ($ 564.06 billion) पर पहुंच गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी है।
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आरबीआई के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश का विदेशी मुद्रा भंडार 9 दिसंबर को समाप्त हफ्ते में 2.91 अरब डॉलर उछलकर 564.06 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इससे पहले हफ्ते 2 दिसंबर को विदेशी मुद्रा भंडार 11 अरब डॉलर बढ़कर 561.16 अरब डॉलर पर पहुंच गया था। हालांकि, अक्टूबर, 2021 में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान विदेशी मुद्रा का अहम घटक विदेशी मुद्रा अस्थियां (एफसीए) भी 3.141 अरब डॉलर बढ़कर 500.125 अरब डॉलर हो गई है, जबकि पिछले हफ्ते यह 9.7 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 496.98 अरब डॉलर था। हालांकि, देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य पिछले हफ्ते 29.6 करोड़ डॉलर घटकर 40.729 अरब डॉलर रह गया है।
इसके अलावा विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा रणनीति 6.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.106 अरब डॉलर हो गया, जबकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में रखा देश का मुद्रा भंडार भी 20 लाख डॉलर बढ़कर 5.11 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। दरअसल चुनौतिपूर्ण वैश्विक परिस्थितियों के बीच आरबीआई को रुपये में गिरावट को रोकने के लिए मुद्रा भंडार का उपयोग करना पड़ा था। इस वजह से देश के मुद्रा भंडार में गिरावट आई थी। (एजेंसी, हि.स.)
2 साल के निचले स्तर सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा रणनीति पर पहुंचा विदेशी मुद्रा भंडार, 545.652 अरब डॉलर रह गया कोष
LagatarDesk : देश का विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार सातवें सप्ताह गिरावट दर्ज की गयी. 16 सितंबर 2022 को खत्म हफ्ते में यह 5.22 अरब डॉलर घटकर सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा रणनीति 545.652 अरब डॉलर पर पहुंच गया. यह पिछले 2 सालों का सबसे निचला स्तर है. 9 सितंबर को खत्म सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 2.23 अरब डॉलर गिरकर 550.87 अरब डॉलर हो गया था. इस तरह सितंबर माह यानी दो सप्ताह में भारत का कोष 7.75 अरब डॉलर कम हो गया. आरबीआई ने शुक्रवार को आंकड़ा जारी करके इसकी जानकारी दी है.
अगस्त माह में 11.932 अरब डॉलर कम हुआ कोष
आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 26 अगस्त को हुए सप्ताह में भारत का कोष 3.007 अरब डॉलर घटकर 561.046 अरब डॉलर रह गया था. इससे पहले 19 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार 6.687 अरब डॉलर घटकर 564.053 अरब डॉलर रह गया था. जबकि 12 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में यह 2.23 अरब डॉलर घटकर 570.74 अरब डॉलर पर आ गया था. वहीं 5 अगस्त को सप्ताह हुए सप्ताह में भारत का कोष 89.7 करोड़ डॉलर घटकर 572.978 अरब डॉलर रह गया. इस तरह अगस्त महीने में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 11.932 अरब डॉलर की गिरावट आयी. वहीं इससे पहले जुलाई माह में यह 21.6938 अरब घटा था.
484.90 अरब डॉलर रह गया एफसीए
विदेशी मुद्रा भंडार में एफसीए का महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. बता दें कि एफसीए के बढ़ने से भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़त देखने को मिलती है. वहीं अगर एफसीए घटती है तो देश के भंडार में भी कमी आती है. फॉरेन करेंसी एसेट्स में डॉलर के अलावा यूरो, पाउंड और येन जैसी मुद्राओं को भी शामिल किया जाता है. रिपोर्टिंग वीक में भारत की एफसीए (FCA) 4.7 अरब डॉलर गिरकर 484.90 अरब डॉलर रह गया.
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रिपोर्टिंग वीक में गोल्ड रिजर्व, एसडीआर और आरक्षित मुद्रा भंडार में भी आयी कमी
आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह में भारत का स्वर्ण भंडार 45.8 करोड़ डॉलर घटकर38.186 अरब डॉलर बच गया. इसी तरह आलोच्य सप्ताह में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड यानी एमआईएफ (IMF) में देश का एसडीआर यानी स्पेशल ड्राइंग राइट (Special Drawing Rights) 3.सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा रणनीति 2 करोड़ डॉलर कम होकर 17.686 अरब डॉलर पर पहुंच गया. वहीं रिपोर्टिंग वीक में आईएमएफ के पास रखा देश का आरक्षित विदेशी मुद्रा भंडार 3.1 करोड़ की गिरावट के साथ 4.88 अरब डॉलर पर सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा रणनीति आ गया.
ऐतिहासिक निचले स्तर पर पहुंचा रुपया
बता दें कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट को थामने के लिए आरबीआई ने डॉलर बेचे है. जिसकी वजह से विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आयी है. शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया ऐतिहासिक निचले स्तर 81.20 के लेवल तक जा पहुंचा. कारोबार के अंत में रुपया 19 पैसे गिरकर 80.99 के लेवल पर क्लोज हुआ. यह पहली बार है जब भारतीय करेंसी की क्लोजिंग इतने निचले स्तर पर हुई है.
आयात, विदेश घूमना, पढ़ना आदि चीजें हो जायेंगी महंगी
रुपया कमजोर होने से भारत का आयात बिल बढ़ जायेगा. दूसरे देश से सामान आयात करने के लिए भारत को पहले की तुलना में ज्यादा पैसे चुकाने होंगे. रुपया कमजोर होने से आयात पर निर्भर कंपनियों का मार्जिन कम होगा, जिसकी भरपाई दाम बढ़ाकर की जायेगी. इससे महंगाई बढ़ेगी. पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के मामले में भारत की आयात पर निर्भरता ज्यादा है. इसके अलावा विदेश घूमना, विदेश से सर्विसेज लेना आदि चीजें भी महंगी हो जायेगी.
श्रीलंका को उसके मित्र चीन से नहीं मिला कोई सहारा, भारत कर रहा मदद
श्रीलंका में आज जो भी हालात है उसके पीछे चीन का महत्वपूर्ण हाथ रहा है। यहाँ जरूरी चीजों को खरीदने के लिए लोग लंबी कतारों में नजर आ रहे हैं। जरूरी चीजों की कीमतें इतनी महंगी है कि लोगों के लिए जीना मुश्किल हो गया है। खाने की चीजें हो या ईंधन और ट्रैवल कॉस्ट सभी आसमान छू रहे हैं। इसके पीछे का कारण खराब इकोनॉमिक गर्वनेंस भी है। इससे पहले हम अपनी रिपोर्ट में बता चुके हैं श्रीलंका की हालत के पीछे विदेशी मुद्रा भंडार का कम होना सबसे बड़ा रहा है। तीन साल पहले जहां श्रीलंका का विदेशी मुद्रा भंडार 7.5 अरब डॉलर था जो घटकर कर पिछले साल नवंबर में 1.58 अरब डॉलर हो गया। विदेशी मुद्रा भंडार की कमी के कारण श्रीलंका चीन, जापान, भारत और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का कर्ज भी नहीं चुका पा रहा है। आज इस हालात के लिए चीन की रणनीति भी जिम्मेदार है।
Forex Reserve: खुशखबरी ! विदेशी मुद्रा भंडार में 2.91 अरब डॉलर का इजाफा..पहुंचा 564.07 अरब डॉलर पर
India Forex Reserve Data: आर्थिक मोर्चे पर भारत के लिए खुशखबरी है। 9 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में 2.91 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।
प्रतीकात्मक चित्र (Social Media)
India Forex Reserve Data: आर्थिक मोर्चे पर भारत सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा रणनीति के लिए अच्छी खबर है। लगातार पांचवें हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में वृद्धि देखने को मिली है। 9 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह के बाद विदेशी मुद्रा भंडार में 2.91 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। जिसके साथ कुल विदेशी मुद्रा भंडार 564.07 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है। ये आंकड़े भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जारी किया है।
केंद्रीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, विदेशी करेंसी एसेट्स (Foreign Currency Assets) 9 दिसंबर को समाप्त हुए सप्ताह में 3.14 अरब डॉलर के उछाल के साथ 500.13 अरब डॉलर पर जा पहुंचा। विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) में यूरो, पाउंड, येन जैसी विदेशी मुद्रा में होने वाले उतार-चढ़ाव से जो असर डॉलर टर्म में होता है, उसे ही 'विदेशी करेंसी एसेट्स' कहते हैं।
गोल्ड रिजर्व में आई कमी
आपको बता दें, इस दौरान गोल्ड रिजर्व (Gold Reserve) में 0.29 अरब डॉलर की कमी आई है। गोल्ड रिजर्व घटकर 40.73 अरब डॉलर रह गया है। वहीं, स्पेशल ड्रॉइंग राइट्स (SDR) में 61 मिलियन डॉलर का उछाल आया है। ये 18.10 अरब डॉलर रह गया है।
भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में हुए बड़े इजाफे
विश्व बैंक (world Bank) के रिपोर्ट का जिक्र करते हुए हाल ही में देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कहा कि, 'भारत के पास दुनिया में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा भंडार है। ये किसी भी 'ग्लोबल संकट' (Global Crisis) से निपटने के लिए पर्याप्त है। भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में बड़े इजाफे की वजहों पर नजर डालें तो माना जा रहा है कि हाल के दिनों में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने डॉलर की जबरदस्त खरीदारी की है। वहीं, अक्टूबर 2021 में विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर था। मगर, रुपए को गिरने से बचाने के लिए RBI डॉलर बेचती रही है।'
RBI गवर्नर ने भी कहा था
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने 8 दिसंबर 2022 को मॉनिटरी पॉलिसी (Monetary Policy) के ऐलान के दौरान भी कहा था कि, डॉलर की मजबूती के बाद भी बाकी देशों की मुद्रा के मुकाबले रुपए में कम गिरावट आई है। विदेशी मुद्रा भंडार संतोषजनक स्थिति में है। वहीं, शुक्रवार (16 दिसंबर) को करेंसी मार्केट बंद होने पर रुपया 10 पैसे की कमजोरी के साथ 82.86 रुपए पर बंद हुआ।
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