नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और यूनिसेफ ने उद्योगपतियों और कॉरपोरेट्स से बच्चों और युवाओं में निवेश करने का आग्रह किया
मुंबई, भारत, 05 अक्टूबर 2018: यूनिसेफ की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हेनरीएटा फोर ने आज यहां नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (एनएसई) में 'क्लोजिंग बेल' बजाकर आने वाले समय में बच्चों और युवाओं में निवेश करने की आवश्यकता पर बल दिया।
इस समारोह में श्री विक्रम लिमये, प्रबंध निदेशक, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज; डॉ यास्मीन अली हक, राष्ट्र प्रतिनिधि, यूनिसेफ इंडिया; और श्री रितेश अग्रवाल, ओयो रूम्स के संस्थापक और सीईओ, भी मौजूद थे।
इस मौके पर सुश्री फोर ने कहा, "भारतीय व्यापार समूह में यह समझ बढ़ रही है कि साझी मान्यताएं - जो इस विचार से उत्पन्न होती है कि परोपकार ही अच्छा व्यापार है - स्वस्थ, बेहतर शिक्षित, और अधिक संपन्न जन समूह को समर्थन देकर विकसित की जा सकती है। व्यापार जगत के लिए यह अनिवार्य नहीं कि उसका मुनाफा समुदाय हित की अनदेखी कर के ही प्राप्त किया जाए। वास्तव में, उनका मुनाफा स्थानीय समुदाय और वहां रहने वाले लोगों की बेहतर सेवा और मदद करके भी कमाया जा सकता है। एक पैनल चर्चा के दौरान पैनलिस्ट्स ने चर्चा की, कि कैसे व्यवसायी और उद्योगपति यूनिसेफ और एनएसई जैसे संगठनों के साथ मिलकर बच्चों और युवाओं के हित के लिए समाधान खोज सकते हैं। चर्चा में इस बात पर भी प्रकाश डाला गया कि किस तरह व्यवसाय लिंग भेद का मुकाबला करने के लिए अधिक कार्य कर सकते हैं, और ऐसी सामाजिक बाधाओं का विरोध कर सकते हैं जो कार्यस्थल में लैंगिक असमानताओं को मजबूत करती हैं। पैनलिस्टों ने इस बात पर भी गौर किया कि विश्व में किशोरों और युवाओं की तेज़ी से बढ़ती आबादी को ध्यान में रखते हुए कार्यकुशलता में कमी को पूरा करने के लिए शिक्षा और कौशल प्रशिक्षण में तत्काल निवेश की आवश्यकता है।
एनएसई के एमडी और सीईओ, श्री विक्रम लिमये ने कहा, “आने वाले समय में नवीन सामाजिक उद्यमों, सहकारी समितियों, स्वयं सहायता समूहों, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप जैसे सब को साथ लेकर चलने वाले व्यापार मॉडलों पर एक केंद्रित रणनीति तैयार करने कि आवश्यकता है, जिससे महिलाओं, बुजुर्गों और हाशिए पर रहने वाले अन्य वंचित वर्गों का वित्तीय सशक्तिकरण होगा। इस तरह के निष्पक्ष व्यवसाय मॉडल की नवरचना देश के आर्थिक प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज विकास को एक नयी दिशा देगी, ताकि कारोबार का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुंचे। एनएसई फाउंडेशन के माध्यम से एनएसई दृढ़ता से उन नए और केंद्रित कदमों का समर्थन करने में विश्वास रखता है जो हाशिए और वंचित समुदायों के सबसे गरीब लोगों को प्रभावित करते हैं, जो आज भारत के विकास की तस्वीर का हिस्सा हैं।"
ओयो रूम्स के सीईओ और संस्थापक श्री रितेश अग्रवाल ने कहा, “हम जैसे युवा जो कर प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज सकते हैं, उसकी क्षमता की कोई सीमा नहीं है। हमें ज़रूरत है सही अवसर और कौशल की। मैं हर तरह से यूनिसेफ के प्रयासों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।" वर्तमान परिवेश में युवा लोगों में समान निवेश ही सबसे अच्छा और मूल्यवान लम्बी अवधि का निवेश है, जो सरकारें और व्यवसाय कर सकते हैं। युवा लोगों में निवेश करना वास्तव में उपयोगी है, क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था और समाज को सकारात्मक लाभ मिलते हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में नई दिल्ली में यूनिसेफ ने नीति आयोग के साथ मिलकर 'युवाह!' का शुभारंभ किया। यह युवाओं, सरकार, नागरिक समाज और निजी क्षेत्र को एक साथ लाने वाला मंच है, जिसका उद्देश्य है ऐसे समाधान खोजना जो युवाओं के लिए आवश्यक बदलावों में तेजी ला सके।
संपादकों के लिए टिपप्णी
सुश्री फोर, जो 1 जनवरी 2018 को संयुक्त राष्ट्र बाल कोष की सातवीं कार्यकारी निदेशक बनीं, उन्हें सार्वजनिक विकास, निजी क्षेत्र और गैर-लाभकारी क्षेत्र में आर्थिक विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, मानवीय सहायता और आपदा राहत में अपने काम व नेतृत्व के लिए जाना जाता है।
अपने चार दशक से अधिक के कार्यकाल में, सुश्री फोर ने 2007 से 2009 तक एडमिनिस्ट्रेटर ऑफ़ यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) और डायरेक्टर ऑफ़ यूनाइटेड स्टेट्स फॉरेन असिस्टेंस के रूप में कार्य किया। 2009 में उन्हें डिस्टिंग्विशड सर्विस अवार्ड (विशिष्ट सेवा का पुरस्कार) मिला, जो कि संयुक्त राज्य अमरीका के सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
2005 से 2007 तक, उन्होंने अंडर सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट फॉर मैनेजमेंट के रूप में काम किया, जो कि डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टेट के चीफ ऑपरेटिंग अफसर हैं।
कृपया उनके शैक्षिक अभिलेख और कार्य अनुभव के लिए यह लिंक (link to her CV) देखें।
12वां विश्व व्यापार संगठन, विश्व व्यापार संगठन मंत्रिस्तरीय सम्मेलन 12 जून 2022 को किस देश में लगभग पांच वर्षों के अंतराल के बाद शुरू होगा?
Key Points
- 12वां विश्व व्यापार संगठन, विश्व व्यापार संगठन मंत्रिस्तरीय सम्मेलन 12 जून, 2022 को स्विट्जरलैंड के जिनेवा में लगभग पांच वर्षों के अंतराल के बाद शुरू होगा।
- चर्चा और वार्ता के प्रमुख क्षेत्रों में विश्व व्यापार संगठन की महामारी की प्रतिक्रिया, मत्स्य पालन सब्सिडी वार्ता और कृषि मुद्दे शामिल होंगे।
- भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल करेंगे।
Additional Information
विश्व व्यापार संगठन (विश्व व्यापार संगठन) की स्थापना कब हुई थी?
सही उत्तर 1995 है। Key Points
- विश्व व्यापार संगठन (विश्व व्यापार संगठन) की स्थापना 1995 में हुई थी।
- विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) एकमात्र वैश्विक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो राष्ट्रों के बीच व्यापार के नियमों से निपटता है।
- यह व्यापार समझौतों पर बातचीत करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है, यह अपने सदस्यों के बीच व्यापार विवादों को सुलझाता है और यह विकासशील देशों की जरूरतों का समर्थन करता है।
- विश्व व्यापार संगठन में 160 से अधिक सदस्य हैं जो विश्व व्यापार के 98 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं। 20 से अधिक देश विश्व व्यापार संगठन में शामिल होने की मांग कर रहे हैं।
- न्गोज़ी ओकोंजो-इवेला विश्व व्यापार संगठन के सातवें महानिदेशक हैं। उन्होंने 1 मार्च 2021 को पदभार ग्रहण किया, वह महानिदेशक के रूप में सेवा करने वाली पहली महिला और पहली अफ्रीकी बनीं।
Additional Information
- विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) एकमात्र वैश्विक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो राष्ट्रों के बीच व्यापार के नियमों से निपटता है।
- इसके केंद्र में विश्व व्यापार संगठन के समझौते हैं, जिन पर दुनिया के अधिकांश व्यापारिक देशों द्वारा बातचीत और हस्ताक्षर किए गए हैं और उनकी संसदों में पुष्टि की गई है। लक्ष्य वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादकों, निर्यातकों और आयातकों को अपना व्यवसाय संचालित करने में मदद करना है।
- पिछले 20 वर्षों में, विश्व व्यापार संगठन के सदस्यों ने वैश्विक व्यापार के प्रवाह में सुधार के लिए विश्व व्यापार संगठन की नियम पुस्तिका के प्रमुख अपडेट के साथ सहमति व्यक्त की है। विश्व व्यापार संगठन की सदस्यता का विस्तार 164 सदस्यों तक हो गया है, जो अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के 98% से अधिक का प्रतिनिधित्व करता है। 2015 में।
- डब्ल्यूटीओ समझौते के लिए अपने 500वें व्यापार विवाद की प्राप्ति के साथ एक महत्वपूर्ण मील के पत्थर पर पहुंच गया।
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Last updated on Sep 26, 2022
The UPPRPB (Uttar Pradesh Board Recruitment and Promotion Board) has released the notice inviting tenders to shortlist partners for conducting the UP Police Assistant Operator Exam. The bidding is scheduled to take place on 6th October 2022. It is thus expected that the exam will be conducted in November/ December 2022. Candidates who will be qualified for all rounds of the examination and get the final selection will receive UP Police Assistant Operator Salary range between Rs. 25,500 to Rs. 81,100.
डब्ल्यूटीओ ने 2023 के लिए वैश्विक व्यापार पूर्वानुमान में कटौती की
नयी दिल्ली, छह अक्टूबर (प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज भाषा) विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के पूर्वानुमान के मुताबिक वैश्विक अनिश्चितताओं के कारण विश्व व्यापार में होने वाली वृद्धि 2023 में घटकर एक प्रतिशत तक रह सकती है। डब्ल्यूटीओ ने इस साल वैश्विक व्यापार में 3.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया है, जबकि इससे पहले अप्रैल में उसने समान प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज अवधि के लिए तीन प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया था। बहुपक्षीय निकाय ने एक बयान में कहा कि विश्व व्यापार की गति 2022 की दूसरी छमाही में धीमी पड़ने और 2023 में सुस्त रहने का अनुमान है। बयान के मुताबिक, ''डब्ल्यूटीओ के अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि 2022
डब्ल्यूटीओ ने इस साल वैश्विक व्यापार में 3.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान लगाया है, जबकि इससे पहले अप्रैल में उसने समान अवधि के लिए तीन प्रतिशत वृद्धि का अनुमान जताया था।
बहुपक्षीय निकाय ने एक बयान में कहा कि विश्व व्यापार की गति 2022 की दूसरी छमाही में धीमी पड़ने और 2023 में सुस्त रहने का अनुमान है।
बयान के मुताबिक, ''डब्ल्यूटीओ के अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि 2022 में वैश्विक वस्तु व्यापार में 3.5 प्रतिशत वृद्धि होगी। यह अप्रैल में तीन प्रतिशत के पूर्वानुमान से थोड़ा बेहतर है। हालांकि, उन्हें 2023 में एक प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है, जो 3.4 प्रतिशत के पिछले अनुमान के मुकाबले काफी कम है।''
ये पूर्वानुमान भारत के लिए अच्छे नहीं हैं, क्योंकि देश ने अपने निर्यात को बढ़ाने के लिए महत्वाकांक्षी योजना बनाई है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि विभिन्न कारणों से प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में वृद्धि धीमी होने के कारण आयात मांग में नरमी का अनुमान है।
रूस-यूक्रेन युद्ध से ऊर्जा कीमतों में तेजी के कारण यूरोप में विनिर्माण लागत बढ़ेगी और घरेलू खर्च में कमी आएगी। बयान में आगे कहा गया है कि अमेरिका में सख्त मौद्रिक नीति से आवास, मोटर वाहन और ब्याज दर को लेकर संवेदनशील अन्य क्षेत्रों में खर्च प्रभावित होगा।
चीन कमजोर बाहरी मांग के साथ ही कोविड-19 के प्रकोप से जूझ रहा है। ईंधन, खाद्य वस्तुओं और उर्वरकों की कीमतों में बढ़ोतरी का बुरा असर विकासशील देशों में देखने को मिल रहा है।
भारत-अमेरिका के मुख्य मुद्दे
विश्व व्यापार संगठन के ब्यूनस आयर्स मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में वाशिंगटन का रुख शामिल है, जब उसने भारत प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज और चीन, दोनों को विशेष शुल्क की अनुमति देने से मना कर दिया
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 27 फरवरी 2020,
- (अपडेटेड 27 फरवरी 2020, 12:31 PM IST)
कारोबारी मुद्दे
बीते दो वर्षों में भारत ने अमेरिका से कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की खरीद बढ़ाई है. 2016-17 में दोनों देशों के बीच व्यापार अंतर 22 अरब डॉलर था जो चालू वित्त वर्ष में करीब 17 अरब डॉलर हो गया
भारत अमेरिका को 52.4 अरब डॉलर का माल निर्यात करता है जो इसके कुल निर्यात का करीब 16 फीसद है. भारत के आयात में अमेरिकी वस्तुओं की प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज हिस्सेदारी 6.9 फीसद है, जिसका मूल्य करीब 35.5 अरब डॉलर है. भारतीय यात्री अमेरिका में 16 अरब डॉलर खर्च करते हैं. भारत इसे पर्यटन निर्यात का अंश मानता है
कई मोर्चों पर, नई दिल्ली ने खुद को वाशिंगटन और बीजिंग के बीच जारी जंग में फंसा पाया है. इसमें विश्व व्यापार संगठन के ब्यूनस आयर्स मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में वाशिंगटन का रुख शामिल है, जब उसने भारत और चीन, दोनों को विशेष शुल्क की अनुमति देने से मना कर दिया.
इसके बाद भारत और अन्य देशों से अमेरिका जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रीफरेंस (जीएसपी) को एकतरफा वापस लिया गया. नई दिल्ली 2017 में इस प्रणाली की एक प्रमुख लाभार्थी थी, जिसके तहत अमेरिका ने भारत को 5.7 अरब डॉलर के निर्यात के लिए शुल्क-मुक्त दर्जा दे रखा था
11 फरवरी को भारत ने मनुष्यों के लिए प्रयोग होने वाले कुछ चिकित्सा उत्पादों जैसे स्टेंट और कृत्रिम घुटने को 'जरूरी वस्तुओं' की श्रेणी में रखकर इसकी कीमतें तय कर दीं. इससे अमेरिकी चिकित्सा उपकरण निर्माताओं के व्यवसाय को मार पड़ी
जून, 2019 में भारत ने अमेरिका से जीएसपी दर्जा खत्म होने पर 28 अमेरिकी उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया जिसमें अखरोट, चना, दालें और झींगा शामिल हैं
भारत एफडीआइ-फंडेड ई-कॉमर्स कंपनियों पर 'इन्वेंट्री-आधारित' व्यापार मॉडल छोडऩे का दबाव बना रहा. इससे अमेरिका के ई-टेल धुरंधर अमेजन और वॉलमार्ट (फ्लिपकार्ट के जरिये) जैसे खिलाड़ी प्रभावित होंगे
अप्रैल 2018 में, आरबीआइ ने भुगतान सेवा प्रदाताओं को सभी भुगतान संबंधी डेटा सिर्फ भारत में संग्रहीत करने के निर्देश दिए. मास्टरकार्ड और वीजा इससे सबसे अधिक प्रभावित हुए थे. भारत भी अपने समानांतर भुगतान गेटवे रूपे को आगे बढ़ा रहा है, इससे अमेरिकी व्यापार का दायरा और सिमट रहा
भारत ने धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं का हवाला देकर अमेरिका से डेयरी उत्पादों के आयात की अनुमति देने से मना कर दिया है क्योंकि वहां मवेशियों को 'जानवरों के रक्त से तैयार आहार' दिए जाते हैं
ट्रंप प्रशासन के ईरान पर प्रतिबंध लगाने के बाद भारत को ईरानी तेल कंपनियों के समझौतों से हटना पड़ा. विकल्प के रूप में सऊदी अरब से महंगा कच्चा तेल लेना पड़ रहा
बीते तीन दशकों में भारतीय-अमेरिकी रक्षा सहयोग ने बहुत लंबा सफर तय किया प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज है. शीत युद्ध के दौरान दोनों जहां विरोधी गुट में थे, वहीं अब दोनों देश इससे जुड़े विभिन्न क्षेत्रों में करीबी रणनीतिक भागीदार बन गए हैं
भारत और अमेरिका के बीच 50 से अधिक द्विपक्षीय संवाद तंत्र हैं
2016 में भारतीय प्रधानमंत्री कार्यालय और अमेरिकी व्हाइट हाउस को जोडऩे वाली एक हॉटलाइन शुरू की गई है
भारत अपने विदेश और रक्षा मंत्रियों तथा उनके अमेरिकी समकक्षों के बीच वार्षिक 'टू प्लस टू' बैठकें आयोजित करता है. अमेरिका केवल दूसरा देश है जिसके साथ भारत ने ऐसी बातचीत की शुरुआत की है
भारत और अमेरिका के बीच विदेश मंत्री और राज्य मंत्री स्तर पर प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज रणनीतिक और वाणिज्यिक संवाद बैठकें हुई हैं
2018 में, अमेरिका ने भारत को 'स्ट्रैटेजिक ट्रेड ऑथराइजेशन' का दर्जा दिया. जापान और दक्षिण कोरिया के बाद भारत इसे हासिल करने वाला तीसरा एशियाई देश है
अमेरिका भारत का दूसरा सबसे बड़ा रक्षा आपूर्तिकर्ता है. भारत की सेना किसी भी अन्य देश की तुलना में उसके साथ अधिक सैन्य अभ्यास करती है
2016 से भारत को एक 'प्रमुख अमेरिकी रक्षा भागीदार' का दर्जा दिया गया जो इसे गोपनीय अमेरिकी प्रौद्योगिकी तक पहुंच प्रदान करता है
दोनों देशों ने दो महत्वपूर्ण समझौतों- लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग और कम्युनिकेशंस कम्पेटिबिलिटी ऐंड सिक्योरिटी एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं
भारत और अमेरिका किसी भी अन्य देश की तुलना में एक-दूसरे के साथ अधिक सैन्य अभ्यास करते हैं
भारत और अमेरिका ने अपना पहला त्रि-रक्षा सेवा अञ्जयास 2019 में आयोजित किया—जिसका कोड नाम था 'टाइगर ट्राइअंफ'
2006-2019 के दौरान 15 अरब डॉलर के रक्षा सौदे संपन्न हुए. निगरानी विमानों, ड्रोन, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, गनशिप और नेवल गन के लिए 10 अरब डॉलर के सौदे फिलहाल पाइपलाइन में हैं
दिग्गजों की मुलाकात
26 प्रमुख विश्व व्यापार एक्सचेंज जून, 2017
व्हाइट हाउस, वाशिंगटन डी.सी.: मोदी और ट्रंप की पहली मुलाकात. भारत-अमेरिका का साझा मुद्दों पर संयुक्त बयान. अमेरिकी मदद से भारत का चीन की बेल्ट और रोड पहल का विरोध
13 नवंबर, 2017
आसियान शिखर सम्मेलन, मनीला: मोदी और ट्रंप ने इंडो-पैसिफिक क्वाडिलेट्रल और मुक्त व्यापार जैसे भूस्थैतिक हितों पर चर्चा की
1 दिसंबर, 2018
जी-20 शिखर सम्मेलन, म्यूनस आयर्स: मोदी की शिंजो आबे और ट्रंप के साथ पहली त्रिपक्षीय बैठक
28 जून, 2018
जी-20 समिट, ओसाका: ट्रंप और मोदी ने 5जी, रक्षा और व्यापार पर चर्चा की. बैठक से पहले ट्रंप ने भारत से 'अस्वीकार्य उच्च सीमा शुल्क' वापस लेने की मांग की
26 अगस्त, 2019
जी-7 समिट, बिआरित्ज, फ्रांस: ट्रंप ने कहा कि उन्होंने 'मोदी से कश्मीर' मुद्दे पर चर्चा की, पाकिस्तान से मध्यस्थता की पेशकश की
22 सितंबर 2019
'हाउडी, मोदी! ', टेक्सास: ट्रंप और मोदी ने 50,000 भारतीय-अमेरिकियों को संबोधित किया. मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से अपनी बात रखी. ट्रंप ने इसे 'आक्रामक' पर जरूरी बताया
24 सितंबर, 2019
संयुक्त राष्ट्र महासभा, न्यूयॉर्क: ट्रंप और मोदी यूएनजीए के दौरान अलग से मिले. ट्रंप ने मोदी की तुलना रॉक गायक एल्विस प्रेस्ली से की और कहा कि वे इस्लामी आतंक से निपट लेंगे
प्रस्तुति: रोशनी मजूमदार, सुहानी सिंह, अनिलेश महाजन और आदित्य मोहन विग
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