Cryptocurrency में बड़ी गिरावट से भी नहीं घबराए निवेशक, बीते हफ्ते में किया ऐसा भारीभरकम निवेश

Cryptocurrencies के रेट में बीते हफ्ते और महीने में बड़ी गिरावट आई पर निवेशक इससे घबराए नहीं. ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि बीते हफ्ते में इतना भारी-भरकम निवेश क्रिप्टो में आया है जो आपको चौंका सकता है.

By: ABP Live | Updated at : 23 Nov 2021 07:44 PM (IST)

Edited By: Meenakshi

Cryptocurrency News: देश में हालांकि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई नियम या गाइडलाइंस नहीं आई हैं लेकिन इंवेस्टर्स में इसे लेकर क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. चाहे घरेलू हो या ग्लोबल, क्रिप्टों को लेकर Buzz बढ़ रहा है और इसलिए इससे जुड़ी खबरों पर भी सबकी नजरें लगी रहती हैं. अब एक ऐसी खबर आई है जिसे लेकर आप खुश हों या कंफ्यूज, इसका फैसला तो आप ही करेंगे पर ये खबर कई सवालों को भी खड़ा कर रही है.

क्रिप्टोकरेंसी के रेट में लगातार आ रही है गिरावट
ग्लोबल मोर्चे पर देखें तो क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट आ ही रही है. पिछले हफ्ते क्रिप्टोकरेंसीज में सबसे ज्यादा गिरावट बिटकॉइन में देखी गईं. हालांकि इसके बावजूद क्रिप्टोकरेंसी में हो रहे निवेश में कोई कमी नहीं आई है. कॉइनशेयर्स की रिपोर्ट के मुताबिक देखें तो क्रिप्टो से जुड़े फंड्स में निवेशकों ने पिछले हफ्ते 1146 करोड़ रुपये या 15.4 करोड़ डॉलर का निवेश कर डाला. दूसरे शब्दों में कहें तो क्रिप्टोकरेंसी के भाव में गिरावट से भी निवेशक घबराए नहीं है और उनकी खरीदारी इस वर्चुअल करेंसी में लगातार बनी हुई है.

पिछले हफ्ते 12 फीसदी टूटा है बिटकॉइन पर रिकॉर्ड इंवेस्ट वाली करेंसी भी है
क्रिप्टोकरेंसी में सबसे मशहूर करेंसी जिसका नाम सामान्य इंवेस्टर भी जानते हैं वो बिटकॉइन है और इसके दाम में बीते हफ्ते 12 फीसदी की गिरावट देखी गई है. हालांकि इस बात में कोई शक नहीं है कि अभी भी ये इंवेस्टर्स की फेवरेट बनी हुई है. 19 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में बिटकॉइन में 11.4 करोड़ डॉलर का बड़ा निवेश देखा गया है. एक तथ्य आपको ये भी जानना चाहिए कि बिटकॉइन के दाम में पिछले एक महीने में 4 फीसदी की गिरावट आई है, वहीं एक और वर्चुअल करेंसी इथेरियम में बीते 4 महीनों में 14 फीसदी की शानदार तेजी देखी गई है.

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Published at : 23 Nov 2021 07:41 PM (IST) Tags: Cryptocurrency currency virtual currency digital currency crypto हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

सब पूछ रहे Crypto Tax से जुड़े ये 5 बड़े सवाल, अब खुद वित्त मंत्रालय ने दिए जवाब

Tax on Cryptocurrency in India: फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के बजट में डिजिटल एसेट्स से होने वाली इनकम पर 30% का टैक्स लगाने की बात कही गई है. फाइनेंस मिनिस्ट्री के सीनियर अधिकारियों ने इससे जुड़े कई सवालों के जवाब दिए हैं.

डिजिटल करेंसी से होने वाली इनकम पर सरकार ने लगाया है टैक्स.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 फरवरी 2022,
  • (अपडेटेड 05 फरवरी 2022, 5:59 PM IST)
  • टैक्स लगाने का मतलब क्रिप्टो को वैध करना नहीं
  • एग्री इनकम छोड़कर हर इनकम है टैक्सेबल

फाइनेंशियल ईयर 2022-23 के बजट में भारत में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारी-भरकम टैक्स (Tax on Cryptocurrency) का ऐलान किया गया. फाइनेंस बिल 2022-23 में अन्य प्रावधानों के साथ-साथ कहा गया है कि इनकम टैक्स एक्ट में एक नया सेक्शन (115BBH) जोड़ा जाएगा. यह सेक्शन वर्चुअल डिजिटल करेंसी से होने वाली इनकम पर 30 फीसदी की दर से इनकम टैक्स (Income Tax) की वसूली से संबंधित है. इसकी घोषणा को लेकर देशभर में क्रिप्टो के फ्यूचर और नए टैक्स को लेकर कई तरह के सवाल पैदा हो गए.

'बिजनेस टुडे' टेलीविजन के सिद्धार्थ जराबी और साक्षी बत्रा ने इस बारे में फाइनेंस मिनिस्ट्री के सीनियर ऑफिसर्स के साथ इन विषयों पर विस्तार से चर्चा की. पेश है बातचीत का संपादित अंश

सवालः सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स लगाकर क्या उसे वैध कर रही है?
सीबीडीटी के चेयरमैन जे.बी. महापात्र का जवाबः आपके इस सवाल का जवाब है - ना. टैक्स लगाने का मतलब क्रिप्टो ट्रेडिंग या उससे होने वाले किसी तरह के फायदे या नुकसान को कानूनी रूप से वैध बनाना नहीं है. एक विभाग के तौर पर हम किसी बिजनेस या किसी भी सेक्टर के बिजनेस, किसी प्रोफेशन या फिर ट्रांजैक्शन की वैधता पर सवाल नहीं उठा सकते हैं. हमें ट्रेड के बाद टैक्सेशन के पहलू को देखने का अधिकार प्राप्त है.

सवालः भारत के क्रिप्टोकरेंसी का इकोसिस्टम कितना बड़ा है?
महापात्रः हमें भारत में काम कर रहे कुछ एक्सचेंज के बारे में जानकारी है. ऐसा कहा जा रहा है कि इनकी संख्या 40 है. इनमें से 10 बड़े एक्सचेंज हैं. सबसे बड़े एक्सचेंज का टर्नओवर 34,000 करोड़ रुपये है. ऐसे में कहा जा सकता है कि मार्केट का आकार काफी बड़ा है. अपुष्ट रिपोर्ट्स के अनुसार करीब 10 करोड़ लोगों ने किसी-ना-किसी रूप में क्रिप्टो में इंवेस्ट किया है. यह रकम काफी कम से काफी अधिक है. हमें यह जानने में कोई दिलचस्पी नहीं है कि निवेश की रकम छोटी है या बड़ी है. हमें क्वालिटी और इंवेस्टमेंट के सोर्स को लेकर इंटरेस्ट है. हम ऐसा यह देखते हैं कि इनकम का सोर्स वैध है या अवैध. अगर अवैध सोर्स से हुई कमाई को निवेश किया गया है तो ना सिर्फ ट्रेड से होने वाले फायदे पर टैक्स लगता है बल्कि पूरे अवैध इंवेस्टमेंट पर भी टैक्स लग जाता है. इस तरह इनकम टैक्स से क्रिप्टो मार्केट में एक तरह का ऑर्डर या अनुशासन लाया जा सकता है.

सवालः वर्चुअल डिजिटल एसेट्स क्या हैं?
महापात्रः आईटी एक्ट के 247A में डिजिटल एसेट्स (Digital Assets) को परिभाषित किया गया है. सिंपल शब्दों में कहा जा सकता है कि क्रिप्टोग्राफिक तरीके से जेनरेट किया गया कोई भी कोड या कोई भी इंफॉर्मेशन या कोई भी फॉर्मूला जिसमें कोई निहित मूल्य है और जिसे इलेक्ट्रॉनिक तरीके से ट्रांसमिट या स्टोर किया जा सकता है, उसे डिजिटल एसेट्स कहा जा सकता है. इसमें NFT भी शामिल है.

सवालः क्या 30 फीसदी टैक्स की दर बहुत ज्यादा नहीं है?
महापात्रः मुझे नहीं लगता है कि टैक्स की यह दर बहुत ऊंची है. कंपनियों से भी 30 फीसदी का टैक्स लिया जा रहा है. फर्म और एलएलपी से भी इसी रेट से टैक्स लिया जाता है.

सवालः कानून के बिना क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स क्यों?
वित्त सचिव टी. वी. सोमनाथनः इनकम टैक्स एक्ट में कृषि से होने वाली इनकम को छोड़कर किसी भी अन्य इनकम को टैक्स के दायरे से बाहर नहीं रखा गया है. क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली इनकम इस कानून से पहले भी टैक्सेबल है, आज भी है और एक अप्रैल के बाद भी रहेगी. केवल टैक्स का रिजीम बदल रहा है. यह एक क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी अप्रैल से पहले भी टैक्सेबल है लेकिन 30 फीसदी की दर से नहीं है. अभी यह बिजनेस इनकम या कैपिटल गेन जैसे इनकम के क्लासिफिकेशन पर बेस्ड है. ऐसे में टैक्स को लेकर स्पष्टता लाने के लिए इसमें यह बदलाव किया गया है. लीगल और अनरेग्युलेटेड इनकम दोनों टैक्सेबल है. यहां तक कि अवैध आय भी टैक्सेबल क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी है. अगर कोई आईएएस अधिकारी रिश्वत लेता है तो वह भी टैक्सेबल है. हालांकि, क्रिप्टो अवैध नहीं है.

Cryptocurrency : ज्यादा तेजी से पैसे कमाने हैं तो जानिए क्यों डिजिटल संपत्ति में निवेश बेहतर रहेगा

Digital Asset Investment : पिछले कुछ सालों में कई क्रिप्टो कॉइन्स का जन्म हुआ है. इनकी बढ़ती संख्या के पीछे एक बड़ी वजह इनके निवेश से मिलने वाला जबरदस्त रिटर्न है. लेकिन क्या आपको डिजिटल असेट यानी डिजिटल संपत्ति में निवेश करना चाहिए?

Cryptocurrency : ज्यादा तेजी से पैसे कमाने हैं तो जानिए क्यों डिजिटल संपत्ति में निवेश बेहतर रहेगा

Cryptocurrency : क्रिप्टो में निवेश करना कितना फायदेमंद है, ये सवाल बना हुआ है.

Cryptocurrency अपने शुरुआती सालों में आलोचनाओं, सवालों और मजाक का विषय भी बनी थी, लेकिन आज यह एक ट्रेडिंग और निवेश का पॉपुलर माध्यम बन चुकी है. ये बहुत कम वक्त में हुआ है. जब 2008 में आर्थिक मंदी ने दुनिया को अपने चपेट में ले लिया था, उसके बाद सबसे पुरानी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin जनवरी, 2009 में लॉन्चिंग हुई थी. बिटकॉइन को आज जितनी पॉपुलैरिटी हासिल करने और सबसे ऊंची हैसियत वाली डिजिटल संपत्ति बनने में 10 साल लग गए. पिछले कुछ सालों में इसकी उछाल को देखते हुए कई दूसरी क्रिप्टो कॉइन्स का जन्म हुआ है. इनकी बढ़ती संख्या के पीछे एक बड़ी वजह इनके निवेश से मिलने वाला जबरदस्त रिटर्न है. कोई हैरानी की बात नहीं है कि आज लाखों की संख्या में लोग क्रिप्टो बाजार का हिस्सा बन रहे हैं.

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लेकिन एक बड़ा सवाल जो बना ही हुआ है, वो है कि क्या आपको डिजिटल असेट यानी डिजिटल संपत्ति में निवेश करना चाहिए? सीधा-सीधा पूछें तो क्या आपको बिटकॉइन या क्रिप्टो कॉइन में निवेश करना चाहिए? ये कॉइन्स बहुत ही वॉलेटाइल यानी अस्थिर होती हैं, जितनी जल्दी चढ़ती हैं, उतनी ही जल्दी गिर जाती हैं. और चूंकि क्रिप्टो एक ऐसी चीज है जो आपकी ऑनलाइन संपत्ति या डिजिटल संपत्ति बनती है, इसमें लेन-देन, स्टोरेज वगैरह सबकुछ ऑनलाइन होता है, तो फिर ऐसे क्या सेफ्टी फीचर्स हैं, जिनसे निवेशकों की संपत्ति सुरक्षित रह सकती है?

हां यह सही है कि अधिकतर कॉइन्स अस्थिर होती हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जैसे-जैसे इन कॉइन्स की लोकप्रियता बढ़ेगी, उपयोगिता बढ़ेगी, लोग इन्हें स्वीकार करने लगेंगे, वैसे-वैसे क्रिप्टो बाजार में स्थिरता आ जाएगी. लेकिन सुरक्षा का क्या? क्रिप्टोकरेंसी का पूरा इकोसिस्टम ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करता है, जोकि काफी नया है और अधिकतर लोग इस तकनीक से परिचित नहीं हैं.

हालांकि, टेक एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह तकनीक अपने आप में बहुत लोकतांत्रिक है और क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी सुरक्षित है. यह डिजिटल ड्रिस्ट्रिब्यूटेड लेजर यानी डिजिटल बहीखाते के रूप पर आधारित है, जिसपर किसी एक व्यवस्था या संस्था का नियंत्रण नहीं नहीं होता है. यानी कि इसपर कोई भी, कैसा भी ट्रांजैक्शन कहीं से भी देख सकता है. हर ट्रांजैक्शन डेटा के तौर पर ब्लॉकचेन पर स्टोर रहता है और इससे कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता है.

अब आते हैं डिजिटल संपत्ति में निवेश के फायदों पर. आखिर ऐसे क्या कारण हैं जो इन डिजिटल संपत्तियों को आकर्षक और फायदेमंद बनाते हैं.-

1. क्रिप्टो का बढ़ता बाजार

पिछले दो सालों में क्रिप्टोकरेंसी का बाजार जबरदस्त तेजी के साथ बढ़ा है. इसे ऐसे समझिए कि 2019 के अंत तक बिटकॉइन की कीमत 7,000 डॉलर यानी लगभग 5.18 लाख के आसपास थी, लेकिन आज इसकी कीमत $45,000 डॉलर यानी लगभग 33.34 लाख से ऊपर जा चुकी है. यहां तक कि इस साल फरवरी और अप्रैल में यह 60,000 डॉलर यानी लगभग 44.46 लाख से ऊपर पहुंच गई थी.

2. डिजिटल इकोसिस्टम

बस क्रिप्टोकरेंसी ही नहीं, महामारी के बाद पूरी दुनिया में ही अधिकतर क्षेत्रों में डिजिटल इकोसिस्टम को अपनाया जा रहा है. क्रिप्टोकरेंसी के साथ-साथ NFTs यानी नॉन-फंजिबल टोकन्स का भी चलन तेज है. इसके साथ ही क्रिप्टो कॉइन्स में निवेश करने के साथ-साथ टेक में दिलचस्पी रखने वाले अब इन कॉइन्स को जेनरेट करने की प्रक्रिया यानी माइनिंग में भी हिस्सा ले रहे हैं और माइनिंग के जरिए अच्छा पैसा बना रहे हैं.

3. जबरदस्त रिटर्न

क्रिप्टोकरेंसी का आकर्षण इसलिए भी सबसे ज्यादा माना जा सकता है क्योंकि रियल्टी सेक्टर क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी की ही तरह इसमें भी निवेश आपको जबरदस्त रिटर्न देता है. हालांकि, रियल्टी सेक्टर की तरह जरूरी नहीं है कि क्रिप्टो में आप कोई बहुत बड़ा निवेश ही क्रिप्टोकरेंसी में क्यों जगी है इतनी दिलचस्पी करें. आप एक छोटे निवेश से ही शुरू कर सकते हैं. वहीं, छोटे-छोटे अमाउंट में कई हिस्सों में निवेश कर सकते हैं.

4. अलग से इनकम का स्रोत

डिजिटल संपत्ति में निवेश करके या अपना ऑनलाइन बिजनेस शुरू करके पैसे कमाना एक अच्छा विकल्प है. आप अपने काम और रेगुलर निवेश के साथ-साथ इनसे अलग से पैसा कमा सकते हैं.

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चिंगारी ऐप ने अपनी क्रिप्टोकरेंसी $GARI बेचकर जुटाए 19 मिलियन डॉलर, क्या हैं इसके मायने?

चिंगारी ने अपनी क्रिप्टोकरेंसी GARI को बेचकर करीब 5,000 निवेशकों से 2 करोड़ डॉलर जुटाए हैं

शॉर्ट-वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म चिंगारी ने अपनी क्रिप्टोकरेंसी $GARI को बेचकर करीब 5,000 निवेशकों से 2 करोड़ डॉलर जुटाए हैं। 2018 में शुरू हुआ चिंगारी एक तरह से टिकटॉक का भारतीय संस्करण है। कंपनी ने 2 से 5 नंवबर, चार दिनों तक अपनी क्रिप्टोकरेंसी $GARI की बिक्री के लिए इवेंट आयोजित किया था, जिसने दौरान उसने यह भारी भरकम राशि जुटाई। इससे पहले पिछले महीने कंपनी ने अपनी क्रिप्टो के लिए 30 वेंचर फंड्स से 1.9 करोड़ डॉलर जुटाए थे।

चिंगारी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में निवेशकों की बढ़ी दिलचस्पी का फायदा उठाने के साथ ही और भी काफी कुछ कर रही है। कंपनी इसके जरिए भारत के तगड़ी प्रतिस्पर्धा वाले शॉर्ट-वीडियो मार्केट में भी खुद को स्थापित कर रही है, जो अपने यूजर बेस को मॉनेटाइज करने के लिए जूझ रहा है। मनीकंट्रोल ने कंपनी और कुछ एक्सपर्ट से बात कर यह समझने की कोशिश किया कि क्रिप्टो में चिंगारी के इस दांव का क्या मतलब है और इससे जुड़े कंपनी के दावे कितने सही हैं।

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Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसी में हैकिंग, चोरी या फ्रॉड का कितना होता है डर? जानें कैसे रह सकते हैं सेफ

क्रिप्टोकरेंसी पर हमेशा से अनिश्चितता रही है. सवाल है कि क्रिप्टोकरेंसी में हैकिंग, ऑनलाइन फ्रॉड का कितना डर होता है. जाहिर है कि कैश की तरह ही ये वर्चुअल करेंसी भी चोरी हो सकती हैं, ऐसे में अपना निवेश सुरक्षित रखने के लिए आपको कुछ चीजें पता होनी चाहिए.

Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसी में हैकिंग, चोरी या फ्रॉड का कितना होता है डर? जानें कैसे रह सकते हैं सेफ

Cryptocurrency : क्रिप्टोकरेंसी भी फ्लैट करेंसी की ही तरह चोरी हो सकती है.

बिटकॉइन, इथीरियम और डॉजकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) अब मेनस्ट्रीम में चर्चा का विषय बन चुकी है. खासकर पिछले एक साल में क्रिप्टो बाजार को लेकर ज्यादातर लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है. अब तो कुछ कंपनियों ने क्रिप्टोकरेंसी में पेमेंट लेना भी शुरू कर दिया है. वहीं, निवेशक अपनी क्रिप्टोकरेंसी में मिले प्रॉफिट को फ्लैट करेंसी यानी हमारी ट्रेडिशनल करेंसी में कन्वर्ट करा सकते है. हालांकि, ये बात है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर हमेशा से काफी अनिश्चितता रही है. इनके भविष्य को भी लेकर कई सवाल उठते हैं. सबसे बड़ा सवाल यह भी है कि क्रिप्टोकरेंसी में हैकिंग, ऑनलाइन फ्रॉड या इसके चोरी होने का कितना डर होता है. जाहिर सी बात है कि फ्लैट करेंसी या कैश की तरह ही ये वर्चुअल करेंसी भी चोरी हो सकती हैं, ऐसे में अपना निवेश सुरक्षित रखने के लिए आपको कुछ चीजों की जानकारी जरूर रहनी चाहिए.

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फेडरल ट्रेड कमीशन ने इस साल मई में एक रिपोर्ट में बताया था कि कुछ स्कैमरों ने अक्टूबर, 2020 से टेस्ला के सीईओ इलॉन मस्क बनकर 2 मिलियन डॉलर से ज्यादा यानी लगभग 14.63 करोड़ की क्रिप्टोकरेंसी चुरा ली थी. कंज्यूमर प्रोटेक्शन संस्था के इन आंकड़ों से सामने आया था कि स्कैमरों के चक्करों में 7,000 लोगों को अपनी डिजिटल करेंसी में चूना लगा था. संस्था ने बताया था कि अधिकतर लोगों ने 'झूठे दावे और झूठी गारंटी' में फंसकर अपना निवेश गंवाया था.

दरअसल, क्रिप्टोकरेंसी का कोई नियमन नहीं होना, फ्रॉड की आशंका को और बढ़ा देता है. लेकिन सावधानी बरतकर आप फ्रॉड से बच सकते हैं, क्योंकि ध्यान रखिए कि अपनी वर्चुअल करेंसी की सुरक्षा की जिम्मेदारी आपके सिर पर है.

क्रिप्टो में निवेश करते वक्त स्कैम से कैसे बचें

अगर कोई शख्स, या कोई कंपनी या ग्रुप आपको गारंटी रिटर्न का वादा करता है- जैसे कि अगर वो आपसे कहता है कि वो कुछ निश्चित अवधि में आपके पैसे डबल कर देगा- तो ये बिल्कुल ही एक स्कैम है. कोई भी एक संस्था क्रिप्टो मार्केट में मार्केट की दिशा तय नहीं कर सकती है. वहीं, अगर कोई आपको फ्री मनी के वादे कर रहा है, तो वो भी फ्रॉड हो सकता है. किसी भी कीमत पर आपको ऐसे दावों के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए.

ये तो बेसिक पहचान हो गई. लेकिन कुछ ऐसे भी ग्रुप्स होते हैं, जिनका काम ही निवेशकों को स्कैम करना होता है. ऐसे में हमेशा आप अपना निवेश किसी प्रतिष्ठित रजिस्टर्ड क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के साथ करें और वहीं ट्रेडिंग करें. वहीं, अपना निवेश आप कोल्ड वॉलेट में सुरक्षित रख सकते हैं.

अगर आप ट्रेडिंग के लिए किसी कंपनी के साथ डील करने का सोच रहे हैं, तो पहले उसके बारे में अच्छी तरह से रिसर्च कर लीजिए. कंपनी को गूगल करिए. रिव्यू पढ़िए. और देख लीजिए कि उनपर कभी किसी तरह का कोई आरोप नहीं लगा हो. साथ ही यह भी जानना अच्छा होगा कि इसके पहले स्कैमर्स ने निवेशकों को किस-किस तरह से बेवकूफ बनाया है तो इससे आपको स्कैमर्स के तरीकों की जानकारी पता चलेगी.

वॉलेट्स की हैकिंग

ट्र्रेडर्स अपनी वर्चुअल करेंसी क्रिप्टो वॉलेट्स में रखते हैं और वहीं से डीलिंग करते हैं. वॉलेट्स पर प्राइवेट कीज़ होती हैं, जिससे ये सुरक्षित रहते हैं. कीज़ आपके वॉलेट को हैक होने से बचाते हैं. वॉलेट्स तीन तरह के होते हैं- हॉट वॉलेट, कोल्ड वॉलेट और पेपर वॉलेट. हॉट वॉलेट हमेशा इंटरनेट से कनेक्टेड रहते हैं, इसलिए इन्हें थोड़ा कम सिक्योर माना जाता है. कोल्ड वॉलेट्स यूएसबी ड्राइव या हार्ड ड्राइव में होते हैं. इन्हें बस तब इंटरनेट से कनेक्ट किया जाता है, जब इनके असेट की जरूरत पड़ती है.

वॉलेट्स की हैकिंग से बचाने के लिए एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि हमेशा टू-फैक्टर आइडेंटिफिकेशन प्रोसेस की सेटिंग रखनी चाहिए, क्योंकि आपको अपना वॉलेट सुरक्षित रखना है. अगर कोई आपके वॉलेट में घुस गया तो पूरा वॉलेट खाली हो सकता है.

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