इस समस्या के हल के लिए हो रहा लगातार काम
एक्सचेंज ने कहा कि वह लगातार इस समस्या के हल के लिए काम करता रहा और एक बार इसका वर्ल्ड स्टॉक एक्सचेंज के कामकाजी घंटे समाधान होने के बाद बाजार को फिर खोल दिया गया। एनएसई ने कहा कि वह भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के साथ लगातार संपर्क में है और उसे घटनाक्रमों की पूरी जानकारी उपलब्ध करा रहा है।

National Stock Exchange: जानें क्यों बंद हुई थी ट्रेडिंग

एनएसई में ट्रेडिंग बंद होने का यह था कारण

एनएसई में ट्रेडिंग बंद होने का यह था कारण

  • नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के पास ‘ऑनलाइन जोखिम प्रबंधन प्रणाली’ नहीं थी
  • इसी वजह से कल चार घंटे तक एक्सचेंज में कामकाज नहीं हुआ
  • यह स्पष्टीकरण एनएसई प्रबंधन की तरफ से आया है

विश्लेषण का इंतजार
एनएसई की तरफ से गुरुवार को जानकारी दी गई कि ‘ऑनलाइन जोखिम प्रबंधन प्रणाली’ नहीं होने की वजह से बुधवार को करीब चार घंटे तक एक्सचेंज का कारोबार बंद रहा। एक्सचेंज ने कहा कि उसे अपने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइर्स (Telecom Service Providers) तथा वेंडरों (Vndors) से इसके प्रमुख कारण के विश्लेषण का इंतजार है।

SEBI का बड़ा फैसला, एक्सचेंज वर्ल्ड स्टॉक एक्सचेंज के कामकाजी घंटे में तकनीकी खराबी का खामियाजा नहीं भुगतेंगे इन्वेस्टर्स, मिलेगा ट्रेडिंग का पूरा वक्त

SEBI update: सेबी ने इन्वेस्टर्स को बड़ी राहत देते हुए कहा कि अगर एक्सचेंजों में तकनीकी खराबी आती है, तो इन्वेस्टर्स को सौदा काटने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा.

SEBI update: सेबी की तरफ से इन्वेस्टर्स को एक बड़ी राहत मिलने वाली है. एक्सचेंजेज में किसी भी तरह की तकनीकी खराबी आने पर अब इन्वेस्टर्स को सौदा काटने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा. इसका मतलब है कि अब एक्सचेंजों में किसी भी तरह की तकनीकी खराबी आने पर इसका खामियाजा इन्वेस्टर्स नहीं भुगतेंगे. सूत्रों के मुताबिक, जल्द ही SEBI इस मामले में सर्कुलर जारी कर सकती है. 24 फरवरी, 2021 में आई ऐसी ही एक तकनीकी खराबी के चलते इन्वेस्टर्स को काफी सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. जिसके चलते उन्हें काफी नुकसान भी उठाना पड़ा था.

सभी पब्लिक प्लेटफॉर्म से देनी होगी सूचना

SEBI के नियमों के मुताबिक, अगर एक्सचेंज, क्लियरिंग या डिपॉजिटरी इनमें से किसी में भी खामी है और ये 2.15 बजे तक ठीक नहीं होती है, तो मार्केट की क्लोजिंग को 1.5 घंटे के लिए आगे बढ़ जाएगी. 2021 में हुई घटना में लोगों को प्रॉपर जानकारी न मिलने से काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था, जिसके देखते SEBI ने कहा कि एक्सचेंज को अपने सभी पब्लिक प्लेटफॉर्म पर इस बारे में जानकारी देनी होगी.

नवंबर तक आ सकता है सर्कुलर

SEBI इन नियमों को लेकर आम सर्कुलर बहुत जल्द जारी कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक, सितंबर के पहले हफ्ते में सेबी ने इसे लेकर मंजूरी दे दी है और आमतौर पर ऐसे सर्कुलर जारी करने में SEBI 2 महीने से अधिक का समय नहीं लेता है, तो माना जा सकता है कि नवंबर तक इसे लेकर कोई सर्कुलर आ सकता है.

पिछले साल हुई घटना से लिया सबक

बता दें कि 24 फरवरी, 2021 को एक एक्सचेंज में तकनीकी खराबी आने पर इन्वेस्टर्स को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. इस घटना से सबक लेते हुए इस बात की चर्चा हो रही थी कि ऐसी स्थिति में जब मार्केट किसी खराबी के कारण लंबे समय के लिए रूक जाए तो क्या किया जा सकता है? इसके बारे में अप्रैल से जून तक काफी चर्चा हुई थी, जिसके बाद जाकर यह निर्णय लिया गया है कि एक्सचेंजों में तकनीकी खराबी होने पर इन्वेस्टर्स को अधिक समय दिया जाएगा.

सेबी के मौजूदा नियमों के मुताबिक किसी भी एक्सचेंज, क्लीयरिंग कॉरपोरेशन या डिपॉजिटरी में तकनीकी खामी अगर 30 मिनट में ठीक नहीं होती है तो उसे डिसास्टर घोषित किया जाना जरूरी है.

24 फरवरी 2021 को NSE में टेलीकॉम लिंक में दिक्कत आने से एक्सचेंज का कामकाज करीब 4 घंटे तक रुका था. बाद में जब एक्सचेंज चालू हुआ तो निवेशकों और ट्रेडर्स को सही जानकारी नहीं मिली. जिसकी वजह से कई ट्रेडर्स को सौदे काटने पड़े या खुद कट गए और भारी नुकसान हुआ. ब्रोकर्स और क्लाइंट्स के बीच भी काफी विवाद हुआ. नए नियम लागू होने पर ऐसी स्थिति से निपटने के लिए अब सबके पास बराबर सूचना होगी और घबराकर कोई सौदे नहीं काटेगा.

SEBI: स्टॉक एक्सचेंज में हुई तकनीकी खामी के लिए लगेगा जुर्माना, जानिए सेबी के नए कानून के बारे में

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SEBI: स्टॉक एक्सचेंज में हुई तकनीकी खामी के लिए लगेगा जुर्माना, जानिए सेबी के नए कानून के बारे में

शेयर बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने तकनीकी खामियों को लेकर एक गाइडलाइंस जारी की है। सेबी के मुताबिक स्टॉक मार्केट (stock market) में तकनीकी खामी को वक्त रहते नहीं संभाला तो जुर्माना लगाया जायेगा। 21 दिन में तकनीकी खामी के कारण का पता नहीं लगा वर्ल्ड स्टॉक एक्सचेंज के कामकाजी घंटे तो हर दिन के हिसाब से लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इतना ही नहीं तकनीकी खामी को डिजास्टर बताने मे देरी पर भी भारी दंड का प्रावधान किया गया है। इसके अंतर्गत स्टैंडअलोन मुनाफे का 10% या 2 Cr रु में जो अधिक वर्ल्ड स्टॉक एक्सचेंज के कामकाजी घंटे हो, वह लागू किया जाएगा।

SEBI के नियम में खास

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सेबी (The Securities and Exchange Board of India) ने SOP में और भी कई बातों का जिक्र किया है। इसके मुताबिक जिस साल Stock Market में इस तरह की तकनीकी खामी आएगी उस साल MD और CTO की 10% सैलरी कटेगी। तय समय में सिस्टम रीस्टोर नहीं होने पर भी एक्सचेंज और CEO पर पेनाल्टी लगाई जाएगी। इस पेनाल्टी में सिस्टम रीस्टोर न होने पर मुनाफे का 10% या 2 Cr रु में जो अधिक होगा, वह जुर्माना लगाया जाएगा। अगर तय समय में सिस्टम रीस्टोर नहीं हुआ तो CEO, CTO की 10% सैलरी काटी जाएगी।

स्टॉक ट्रेड में गड़बड़ी नहीं

sebi के SoP में कहा गया है कि 75 मिनट से 3 घंटे के बीच सिस्टम सामान्य नहीं होने पर 50 लाख रुपये का दंड लगाया जायेगा। इसके अलावा अगर 3 घंटे के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं होती तो 1 करोड़ रु का दंड लगेगा। दंड से जुटाए गए पैसे एक्सचेंज के इनवेस्टर प्रोटेक्शन फंड में डाले जाएंगे। डिपॉजिटरीज भी दंड से जुटे पैसे को इनवेस्टर प्रोटेक्शन फंड में देंगी। क्लीयरिंग कॉरपोरेशन जुर्माने की रकम को कोर सेटलमेंट गारंटी फंड में देंगे।

NSE के सिस्टम में खामी

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stock exchange के CEO, CTO की नियुक्ति की शर्त में दंड की शर्त भी जोड़नी होगी। Stock Exchange में तकनीकी खामी पर नए नियम 16 अगस्त 2021 से लागू किए जाएंगे। सेबी के ये सभी नियम एक्सचेंजेज, डिपॉजिरीज और क्लीयरिंग कॉरपोरेशंस वर्ल्ड स्टॉक एक्सचेंज के कामकाजी घंटे पर लागू किए जाएंगे। इस साल फरवरी में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सिस्टम में एक तकनीकी खामी आई थी और 4 घंटे तक स्टॉक एक्सचेंज के कामकाज में बाधा आई थी। सेबी का नया नियम इस घटना के जवाब में ही लाया गया है।

EXCLUSIVE: एक्सचेंज में तकनीकी खराबी पर निवेशकों को नहीं होगा नुकसान, 1.30 घंटे बढ़ेगा बाजार का कामकाज

Tech glitches in Exchange: एक्सचेंज में तकनीकी खराबी पर निवेशक झटका नहीं लगेगा. निवेशकों और ट्रेडर्स को सौदा काटने का पूरा समय मिलेगा. 2:15 बजे तक चालू नहीं होने पर बाजार शाम 5 बजे तक खुलेगा.

एक्सचेंज में कोई तकनीकी खराबी आने पर निवेशकों को सौदा काटने का पूरा समय मिलेगा. (Reuters)

Tech glitches in Exchange: किसी एक्सचेंज में तकनीकी खामी आने पर निवेशकों और ट्रेडर्स को अपने सौदे निपटाने का पूरा मौका दिया जाएगा. ज़ी बिजनेस को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सेबी (Sebi) की ओर से इस मामले पर जल्दी ही नियम जारी किए जाएंगे. दरअसल, 24 वर्ल्ड स्टॉक एक्सचेंज के कामकाजी घंटे फरवरी 2021 को एनएसई (NSE) में आई तकनीकी खामी के बाद बाजार से जुड़े सभी पक्षों ने ये मामला उठाया था. जिसके बाद बाजार के कामकाज का समय बढ़ाने पर सहमति बनी है. ज़ी बिजनेस को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, अगर मार्केट (Stock Market) बंद होने के सामान्य समय के सवा घंटे पहले तक एक्सचेंज में कामकाज न चालू होने पर समय डेढ़ घंटा बढ़ जाएगा. यानि कि अगर 2:15 बजे तक कामकाज चालू नहीं हो और उसके बाद हुआ तो बाजार 5 बजे तक खुलेंगे. इस स्थिति में एक्सचेंजों को 2:15 बजे तक सबको इसकी जानकारी भी देनी होगी कि बाजार का समय बढ़ाया जा रहा है ताकि लोगों के पास अपने सौदों को लेकर फैसला करने का पर्याप्त वक्त रहे.

पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज: UP में PM वर्ल्ड स्टॉक एक्सचेंज के कामकाजी घंटे पद के लिए मोदी को नहीं मिले 50 फीसदी मत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)

  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2018,
  • (अपडेटेड 21 सितंबर 2018, 10:46 PM IST)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता उत्तर प्रदेश में बनी हुई है. इंडिया टु़डे ग्रुप और एक्सिस माई इंडिया की ओर से कराए गए पॉलिटिकल स्टॉक एक्सचेंज (पीएसई) सर्वे के अनुसार राज्य में मोदी को बतौर प्रधानमंत्री 48 फीसदी लोग पसंद करते हैं और 2019 में अगले प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं.

दिलचस्प है कि उत्तर प्रदेश में संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद मोदी बतौर प्रधानमंत्री की पसंद के रूप में PSE सर्वे में 50 फीसदी समर्थन हासिल करने में नाकाम रहे. मध्य प्रदेश में अगले प्रधानमंत्री के रूप में उन्हें 56 फीसदी लोगों का समर्थन मिला था. बनारस मोदी को संसदीय चुनावी क्षेत्र है.

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